NTLF के कार्यक्रम में बोले प्रधानमंत्री मोदी- चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए

NTLF के कार्यक्रम में बोले प्रधानमंत्री मोदी- चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-17 03:47 GMT
NTLF के कार्यक्रम में बोले प्रधानमंत्री मोदी- चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (बुधवार) नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (NASSCOM) के टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (NTLF) के कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी का संबोधन दोपहर 12.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुआ। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, अभी एक ऐसा समय जब दुनिया भारत की तरफ नई उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है। हमारे यहां कहा गया है- न दैन्यं न पलायनम्। यानी चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न चुनौती से पलायन करना चाहिए। 

पीएम मोदी ने कहा, कोरोना के दौरान भारत के ज्ञान, विज्ञान ने न सिर्फ खुद को साबित किया है, बल्कि खुद को इवोल्व किया है। नया भारत, हर भारतवासी, प्रगति के लिए अधीर है। हमारी सरकार नए भारत के युवाओं की इस भावना को समझती है। 130 करोड़ से अधिक भारतवासियों की आकांक्षाएं हमें तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।

पीएम मोदी ने कहा, हमारी सरकार ये भलीभांति जानती है कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती। इसलिए सरकार द्वारा Tech Industry को अनावश्यक regulations से, बंधनों से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार को देश के नागरिकों पर, स्टार्ट्अप पर, इनोवेटर्स पर पूरा भरोसा है। इसी भरोसे के साथ सेल्फ सर्टिफिकेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बीते 6 वर्षों में आईटी इंटस्ट्री ने जो समाधान तैयार किए हैं, उन्हें हमने गवर्नेंस का अहम हिस्सा बनाया है।

पीएम मोदी ने कहा, पारदर्शिता गुड गवर्नेंस की सबसे अहम शर्त होती है। यही बदलाव अब देश की शासन व्यवस्था पर हो रहा है। यही कारण कि हर सर्वे में भारत सरकार पर जनता का भरोसा मजबूत से मजबूत होता जा रहा है। हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स हों या गरीबों के घर, हर प्रोजेक्ट्स की Geo Tagging की जा रही है, ताकि वो समय पर पूरे किए जा सकें। यहां तक कि आज गांवों के घरों की मैपिंग ड्रोन से की जा रही है, टैक्स से जुड़े मामलों में भी ह्यूमेन इंटरफेस को कम किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के बड़े सेंटर आज देश के टियर-2, टियर-3 शहर बनते जा रहे हैं। यही शहर आज आईटी बेस्ड तकनीक की डिमांड और ग्रोथ के बड़े सेंटर बनते जा रही हैं। देश के इन छोटे शहरों के युवा अद्भुत इनोवेटर के रूप में सामने आ रहे हैं।
सरकार का फोकस भी इन छोटे शहरों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर है।

यह सम्मेलन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नास्कॉम) का अहम आयोजन है। इस वर्ष के आयोजन का विषय है, ‘शेपिंग द फ्यूचर टूवार्ड्स ए बेटर नॉर्मल’ रखा गया था। इसमें 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे और तीन दिन के आयोजन के दौरान 30 उत्पाद दिखाए गए। NTLF के मुताबिक, यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो 190 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री का इकोसिस्टम है।
 

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