प्रियंका गांधी ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गंगा में नाव चलाती दिखीं, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से मुलाकात की

प्रियंका गांधी ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गंगा में नाव चलाती दिखीं, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से मुलाकात की

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-11 09:51 GMT
प्रियंका गांधी ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, गंगा में नाव चलाती दिखीं, शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से मुलाकात की

प्रयागराज  (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आज मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर प्रयागराज पहुंचीं हैं। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास आनंद भवन पहुंची। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के स्मृति स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। जहां अपने परदादा और प्रियंका गांधी ने आनंद भवन स्थित अनाथालय में बच्चों के साथ भी कुछ पल बिताए। इस दौरान एक बच्ची को गोद में लिए हुए नजर आईं। आज वे यहां करीब 5 घंटे रहीं। प्रियंका गांधी ने बगैर प्रोटोकल के सामान्य श्रद्धालु की तरह संगम में आस्था की डुबकी लगाई।  

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर संगम पहुंची थी। गेट पर भारी भीड़ को देखते हुए आनंद भवन के गेट को खोल दिया गया। कार्यकर्ता भी भीतर घुस गए थे, जिन्हें बाद में रोका गया। प्रियंका गांधी वाड्रा संगम स्नान के बाद मनकामेश्वर मंदिर में भगवान शिव के पूजन व आरती में भी शामिल हो सकती हैं।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए प्रियंका ने प्रयागराज में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से मुलाकात पर कहा कि "यहां आकर बहुत खुशी हुई क्योंकि शंकराचार्य जी और मेरे परिवार का पुराना रिश्ता रहा है। 1990 में जब पिताजी चुनाव हारे थे, तो उन्होंने नए घर में प्रवेश किया था, उनके गृह प्रवेश की पूजा शंकराचार्य जी ने ही की थी। 

इसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर की और लिखा कि "आज मौनी अमावस्या के दिन देश भर के बहनों भाइयों संग पवित्र संगम पर स्नान का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बहुत दिनों से गंगा जी में नाव चलाने की साध भी पूरी हुई। जय मां गंगे" 

पिछले साल लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत प्रियंका गांधी ने गंगा यात्रा से की थी। 17 मार्च 2019 को प्रियंका ने प्रयागराज से जल यात्रा निकाली थी। संगम में हनुमान मंदिर में मत्था टेकने के बाद वह सड़क मार्ग से छतनाग होते हुए दुमदुमा घाट गई थीं। दुमदुमा घाट, कौडिहार तक गंगा के रास्ते स्टीमर से गई थीं। उन्होंने पुलवामा में शहीद महेशराज यादव के परिजनों से मुलाकात भी की थी। इसके बाद वह गंगा के रास्ते कौड़िहार से सीतामढ़ी तक स्टीमर से गई थीं।

इससे पहले, अंतरिम कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने भी संगम पर पवित्र स्नान किया था। प्रियंका की प्रयागराज यात्रा को भाजपा के मतदाताओं को लुभाने और हिंदी हृदयभूमि में पैठ बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।

गुरुवार को मौनी अमावस्या पर प्रदेश में नदियों के किनारे घाटों पर लोग पुण्य डुबकी लगा रहे हैं। दिन में दस बजे तक लाखों लोगों ने पुण्य की डुबकी लगा ली थी। धर्म नगरी वाराणसी में भी मौनी अमावस्या पर दशाश्वमेध सहित विभिन्न घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालु उमड़े हैं। यहां पर हर घाट पर सुरक्षा के भी बेहद कड़े इंतजाम हैं। हर घाट पर पुलिस की नौका तैनात है।

 

 

Tags:    

Similar News