उमा नदी के तट पर बने डम्पिंग यार्ड से जनस्वास्थ्य खतरे में

आक्रोश उमा नदी के तट पर बने डम्पिंग यार्ड से जनस्वास्थ्य खतरे में

Anita Peddulwar
Update: 2022-10-03 09:46 GMT
उमा नदी के तट पर बने डम्पिंग यार्ड से जनस्वास्थ्य खतरे में

डिजिटल डेस्क,  चिमूर (चंद्रपुर)।  नगर परिषद प्रशासन द्वारा उमा नदी तट पर घनकचरा संकलन करने के िलए बनाया गया डम्पिंग यार्ड नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो रहा है। संपूर्ण चिमूर नगरी में उमा नदी से जलापूर्ति की जाती है। डम्पिंग यार्ड के कारण नदी का पानी दूषित होकर लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं देने से नागरिकों में भारी रोष है। उल्लेखनीय है कि चिमूर नगर परिषद की स्थापना के बाद नदी तट पर घनकचरा संकलन के लिए डम्पिंग यार्ड तैयार किया गया था। लेकिन उसके बाद नगर परिषद ने खरकाड़ा में जगह खरीदी कर नया डम्पिंग यार्ड तैयार किया। लेकिन पुराने डम्पिंग यार्ड के कचरे का बंदोबस्त नहीं लगाया। जिससे यहां पुराने डम्पिंग यार्ड में कचरा जस का तस पड़ा होकर परिसर के नागरिकों द्वारा वहां कचरे के साथ मृत मवेशी, बकरे, मुर्गियों का वेस्ट मटेरियल फंेका जा रहा हंै। जिससे यहां डम्पिंग यार्ड परिसर में गंदगी तथा बदबू के कारण नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऊपर से उमा नदी से शहर में जलापूर्ति की जाती हंै। ऐसे में प्रशासन ने इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर जल्द से जल्द कचरे का बंदोबस्त करना चाहिए, लेकिन नप द्वारा इस ओर निरंतर अनदेखी की जा रही हंै। नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बने इस डम्पिंग यार्ड के कचरे का शीघ्र बंदोबस्त करने की मांग शिवसेना द्वारा की गई है। इस संदर्भ में नगर परिषद के अधीक्षक प्रदीप रणखांब के माध्यम से मुख्याधिकारी सुप्रिया राठोड को ज्ञापन सौंपकर आठ दिनों में कचरे का बंदोबस्त नहीं लगाने पर शिवसेना द्वारा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन सौंपते समय पूर्व शिवसेना तहसील प्रमुख श्रीहरि सातपुते, निवासी उपतहसील प्रमुख सुधाकर निवटे, तहसील संगठक रोशन जुमडे, शहर प्रमुख सचिन खाडे, युवा सेना उपजिला प्रमुख राज बूचे, युवा सेना तहसील प्रमुख शार्दुल पचारे, राकेश नामे, प्रसिध्दि प्रमुख सुनील हिंगनकर आदि मौजूद थे।   

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