जानिए, कैसे कांग्रेस और NCP गठबंधन में रोड़ा बन रही पुणे-अहमदनगर सीट

जानिए, कैसे कांग्रेस और NCP गठबंधन में रोड़ा बन रही पुणे-अहमदनगर सीट

Tejinder Singh
Update: 2018-11-16 15:15 GMT
जानिए, कैसे कांग्रेस और NCP गठबंधन में रोड़ा बन रही पुणे-अहमदनगर सीट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आगामी लोकसभा चुनाव  के लिए पुणे व अहमदनगर लोकसभा सीट कांग्रेस-राकांपा गठबंधन में रोडा बन रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में पुणे सीट पर कांग्रेस और अहमदनगर से राकांपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि इन दोनों सीटों पर फिलहाल भाजपा का कब्जा है। सत्ताधारी दल भाजपा से मुकाबले के लिए कांग्रेस-राकांपा एक बार फिर साथ आने वाले हैं। लेकिन इन दो सीटों की वजह से गठबंधन का पेंच फंस गया है। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सुरेश कलमाडी ने पुणे सीट से जीत हासिल की थी, जबकि इस चुनाव में अहमदनगर से राकांपा उम्मीदवार भाजपा के सामने यह चुनाव हार गया था।

पुणे राकांपा सुप्रीम शरद पवार परिवार का गढ़ माना जाता है, जबकि अहमदनगर कांग्रेस के वरिष्ठ व विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील का गृह जनपद है। विखेपाटील इस सीट से अपने बेटे डॉ सुजय विखेपाटिल को चुनाव लड़ना चाहते हैं। साथ ही कांग्रेस पुणे सीट राकांपा के लिए छोड़ने को तैयार नहीं है।

यवतमाल से माणिकराव ठाकरे

इस बीच लोकसभा क्षेत्रवार समीक्षा बैठक के दूसरे दिन विदर्भ व उत्तर महाराष्ट्र की लोकसभा सीटों की समीक्षा की गई। इस दौरान पार्टी नेताओं ने यवतमाल सीट से प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष माणिक राव ठाकरे को कांग्रेस उम्मीदवार बनाने की सिफारिश की गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार उम्मीदवारी पर अंतिम मुहर पार्टी हाईकमान की तरफ से ही लगेगा। फिलहाल लोकसभा क्षेत्रवार इच्छुक नेताओं की जानकारी जुटाई जा रही है।

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