राज ठाकरे ने की महाराष्ट्र में शराब की दुकानें खोलने की मांग
राज ठाकरे ने की महाराष्ट्र में शराब की दुकानें खोलने की मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने लाकडाउन के कारण खाली होती प्रदेश सरकार की तिजोरी पर चिंता जताते हुए शराब की दुकानों को शुरू करने की मांग की है। राज ने होटल और भोजनालय के किचन को भी चालू करने की मांग की है। गुरुवार को राज ने इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजा है। राज ने कहा कि कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए लगभग 35 दिनों से जारी लाकडाउन अभी और कितने समय तक रहेगा, यह पता नहीं है। इसलिए सरकार को राज्य में शराब की दुकानों को शुरू करने का फैसला लेना चाहिए। इससे सरकार को कम से कम राजस्व मिलना शुरू हो सकेगा। राज ने कहा कि सरकार शराब की दुकानों को शुरू करने को लेकर नैतिकता के मुद्दे पर न फंसते हुए इस पर फैसला करे। तालाबंदी से पहले शराब की दुकानें तो शुरू ही थीं।
सरकार को प्रतिदिन हो रहा 41.66 करोड़ का नुकसान
राज ने कहा कि शराब की दुकानें शुरू करने की मांग का मतलब यह नहीं है कि सरकार शराब पीने वालों पर मेहरबान है। सरकार को घटते राजस्व का विचार करना चाहिए। राज ने कहा कि आबकारी शुल्क से राज्य को प्रति दिन 41.66 करोड़, महीने में 1250 करोड़ और साल भर में 15000 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है। राज ने कहा कि कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था की स्थिति नाजुक हो गई है। सरकार को राज्य की तिजोरी में अब राजस्व की आवक शुरू करनी होगी। शराब की दुकानें शुरू होने से सरकार को राजस्व मिलने लगेगा। राज ने कहा कि राज्य में पिछले 35 दिनों से होटल और रेस्टोरेंट बंद है। इससे होटल मालिकों के साथ कर्मचारियों के रोजगार पर भी असर पड़ा है। सरकार को छोटे-छोटे होटल और भोजनालय के किचन शुरू करने की अनुमति देना आवश्यक है। राज्य की बड़ी जनसंख्या दोपहर के भोजन के लिए होटलों पर निर्भर है। राज ने कहा कि शराब की दुकानों को शुरू करने के लिए केवल महाराष्ट्र नहीं तो देश के दूसरे राज्यों को भी इस पर विचार करना चाहिए। केंद्र सरकार से मदद जब मिलनी होगी तब मिलेगी। केंद्र सरकार से कितनी सहायता मिलेगी यह भी पता नहीं। इसलिए राज्य सरकार को आर्थिक रूप से संबल होने के रास्ते खोजने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।