राजस्थान शिक्षा विभाग का फरमान, स्कूलों में होंगे संतों के प्रवचन

राजस्थान शिक्षा विभाग का फरमान, स्कूलों में होंगे संतों के प्रवचन

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-12 04:42 GMT
राजस्थान शिक्षा विभाग का फरमान, स्कूलों में होंगे संतों के प्रवचन

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान के स्कूलों में अब बच्चों को पढ़ाई के साथ ही संतों के प्रवचन भी सुनने पड़ेंगे। राजस्थान शिक्षा विभाग ने फरमान जारी किया है कि स्कूल में छात्रों को संतों के प्रवचन सुनाए जाएंगे। जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ ही संस्कार भी सीख सकें। 

 

 

महीने के तीसरे शनिवार को होगा प्रवचन

मंगलवार को राजस्थान शिक्षा विभाग ने राज्य की सरकारी स्कूलों के लिए अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधियों की एक लिस्ट जारी की है। लिस्ट में संतों के प्रवचन को भी शामिल किया गया है। लिस्ट के अनुसार महीने के हर तीसरे शनिवार को छात्रों को स्कूल परिसर में संतों के प्रवचन सुनाए जाएंगे। स्कूलों में बाल सभा का भी आयोजन किया जाएगा। 

 

स्कूलों को रखना होगा बाल सभाओं का रिकॉर्ड

हालांकि पहले भी स्कूलों में बाल सभाओं का आयोजन किया जाता था, लेकिन अब इसके लिए शिक्षा विभाग ने कैलेंडर जारी कर दिया है। बाल सभाओं में बच्चों को बालसरंक्षण संबंधित मुद्दों पर बाल चलचित्र, चित्रकला प्रतियोगिता के जरिए बाल अधिकार और बाल संरक्षण के प्रति जागरुक करने की कोशिश की जाएगी। स्कूलों को बाल सभाओं और उत्सवों का रिकॉर्ड भी रखना पड़ेगा।

 

 

दादी और नानी सुनाएंगी मोटिवेशनल स्टोरी

शिक्षा विभाग ने हाल ही में शिविरा पंचांग जारी किया है। जिसमें महीने के हर एक शनिवार को कुछ नई-नई एक्टिविटी करने का फरमान है। इस पंचांग के तहत हर महीने तीसरे शनिवार को स्कूलों में राष्ट्रीय महत्व के समसामयिक समाचारों की समीक्षा होगी और किसी महापुरुष या फिर स्थानीय संत के प्रवचन सुनाए जाएंगे। महीने के पहले शनिवार को बच्चों को किसी प्रेरक संत के बारे में बताया जाएगा। बच्चों को और ज्यादा संस्कारी बनाने के लिए दूसरे शनिवार को स्कूलों में दादी और नानी को बुलाया जाएगा, जो बच्चों को मोटिवेशनल कहानियां सुनाएंगी। 

 

चौथे शनिवार को प्रश्नोत्तरी और चौथे शनिवार को होगा नाटक

चौथे शनिवार को साहित्य और महाकाव्यों पर प्रश्न और उत्तर का कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। महीने में अगर 5वां शनिवार भी पड़ता है तो स्कूल में नाटक का मंचन किया जाएगा और बच्चे राष्ट्र भक्ति गीत का भी गायन करेंगे। गौरतलब है कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग हर साल शिविरा पंचांग जारी करता है। इस कैलेंडर में सत्र के दौरान की जाने वाली एक्टिविटीज के बारे में बताया जाता है। 


 

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