राज्यसभा चुनाव : देश के 10 राज्यों की 24 सीटों पर वोटिंग आज, मध्यप्रदेश में सिंधिया, सोलंकी और दिग्विजय पर फैसला

राज्यसभा चुनाव : देश के 10 राज्यों की 24 सीटों पर वोटिंग आज, मध्यप्रदेश में सिंधिया, सोलंकी और दिग्विजय पर फैसला

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-18 16:39 GMT
राज्यसभा चुनाव : देश के 10 राज्यों की 24 सीटों पर वोटिंग आज, मध्यप्रदेश में सिंधिया, सोलंकी और दिग्विजय पर फैसला

डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश के कुल 10 राज्यों की 24 राज्यसभा सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग होनी है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कुछ बड़े राज्यों की सत्ता पर काबिज कांग्रेस के बीच की यह जंग काफी रोचक हो चली है। बात अगर मध्यप्रदेश की करें तो यहां राज्यसभा की तीन सीटों के लिए शुक्रवार को होने वाले चुनाव में भाजपा के दो उम्मीदवार पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी और कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के बीच मुकाबला होगा। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिये शुक्रवार को चुनाव होने जा रहे हैं।

विधानसभा की मौजूदा संख्या बल के मान से भाजपा के पास अपने दोनों उम्मीदवारों को निर्वाचित कराने के लिये विधायकों के पर्याप्त मत हैं। वहीं कांग्रेस के पास दिग्विजय सिंह को दूसरी दफा राज्यसभा में भेजने के लिये मत पर्याप्त हैं लेकिन दूसरे उम्मीदवार बरैया को निकालने के लिये अपेक्षित मत नहीं है। 

मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं तथा फिलहाल 24 सीटें रिक्त होने की वजह से विधानसभा की प्रभावी संख्या 206 है। इसमें भाजपा के 107, कांग्रेस के 92, बसपा के दो, सपा का एक तथा चार निर्दलीय विधायक हैं। इस स्थिति में राज्यसभा में निर्वाचन के लिए किसी भी उम्मीदवार को 52 मतों की जरुरत होगी। कांग्रेस दिग्विजय सिंह के चुनाव के लिये अपने 54 विधायकों को उन्हें वोट देने के लिए कह चुकी है। इस स्थिति में भाजपा अपने दम पर अपने दोनों उम्मीदवारों को जीता सकती है। इसके अलावा बसपा के दो, सपा का एक और दो निर्दलीय विधायक बुधवार रात को प्रदेश भाजपा कार्यालय में रात्री भोज में शामिल हो भाजपा के खेमे में होने के संकेत दे चुके हैं। 

इस बीच, प्रदेश में सत्तारुढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के विधायकों ने चुनाव के लिये अपनी रणनीति को अंतिम रुप देने के लिये गुरुवार को बैठकें की। भाजपा विधायकों के एक बैठक रात को भी होने जा रही है। मार्च में सिंधिया कांग्रेस से अलग हो भाजपा में शामिल हो गये थे। इसके बाद उनके समर्थक विधायकों के भी त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने से प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गयी थी। 

Tags:    

Similar News