रावण दहन से नाराज आदिवासियों ने विधायक के पुतले को चप्पलों से पीटा और लगा दी आग  

रावण दहन से नाराज आदिवासियों ने विधायक के पुतले को चप्पलों से पीटा और लगा दी आग  

Tejinder Singh
Update: 2018-10-19 13:09 GMT
रावण दहन से नाराज आदिवासियों ने विधायक के पुतले को चप्पलों से पीटा और लगा दी आग  

डिजिटल डेस्क, अमरावती। गुरुवार को विजयादशमी के मौके पर रावण दहन कार्यक्रम से आदिवासी समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची। जिसके चलते समाज ने शुक्रवार को आक्रोश प्रगट करते हुए दोपहर विधायक डॉ. सुनील देशमुख, नंदलाल खत्री और आयोजक आशीष राठी के प्रतिकात्मक पुतले बनाकर गधों पर उनका जुलूस निकाला। इसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय के पास तीनों पुतलों की चप्पलों से पिटाई की गई। फिर पुतला दहन किया गया। 

बताया जा रहा कि विश्व हिंदू महासंघ (भारत) की ओर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी रावण दहन का कार्यक्रम विजया दशमी के दिए 18 अक्तूबर को आयोजित किया गया था। रावण दहन का राष्ट्रीय अनुसूचित जाति बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने विरोध किया था। साथ ही गोवारी समाज व भीम आर्मी के सदस्यों ने भी रावण दहन का विरोध कर जिलाधिकारी अभिजीत बांगर को विगत 2-3 दिन पहले ही ज्ञापन सौंपकर रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित करने वाले आयोजकों पर मामला दर्ज करने की बात की थी। 

इसके बावजूद भी 18 अक्तूबर की शाम 7 बजे के करीब विश्व हिंदू महासंघ के आयोजक आशीष राठी द्वारा कार्यक्रम किया गया। जिसके चलते शहर के आदिवासी समाज ने अपना रोष जताते हुए जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में विधायक समेत आयोजकों के प्रतिकात्मक पुतलों का दहण किया।

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