सावधान : इस दूध से हो सकती है टीबी जैसी बीमारियां, गर्भवती महिलाओं को गर्भपात का खतरा भी

सावधान : इस दूध से हो सकती है टीबी जैसी बीमारियां, गर्भवती महिलाओं को गर्भपात का खतरा भी

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-10 13:03 GMT
सावधान : इस दूध से हो सकती है टीबी जैसी बीमारियां, गर्भवती महिलाओं को गर्भपात का खतरा भी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दूध सेहत के लिए बड़ा ही गुणकारी होता है, लेकिन सीधे मिल्कमैन से लिया हुआ दूध स्वास्थ्य के लिए फायदे से कई गुना हानिकारक हो सकता है। पाश्चुरीकृत दूध की तुलना में कच्चा दूध पीने से खाद्य जनित बीमारियों के होने का खतरा बढ़ सकता है। पाश्चुरीकृत दूध पीने की तुलना में कच्चा दूध घातक है। गाय से सीधे जीवाणु मनुष्यों में, विशेष रूप से बच्चों, गर्भवती महिलाओं और व्यस्कों में खाद्यजनित बीमारियों का कारण बनते हैं। सीधे पशुओं का दूध पीने से ब्रूसेलोसिस जैसी बीमारी भी हो सकती है जिसका ट्रीटमेंट नहीं होने पर ये जानलेवा साबित हो सकती है।

वहीं महिलाओं के गर्भपात और टीबी जैसे रोग भी हो सकते हैं। पशुओं का दूध कच्चा ही पीने का चलन है और लोग इसे फायदेमंद माना जाता है,कि बिना उबाले किसी भी पशु के दूध का सेवन करना नुकसानदेह है और इससे ब्रूसेलोसिस जैसी बीमारी भी हो सकती है जिसका ट्रीटमेंट नहीं होने पर ये जानलेवा साबित हो सकती है। कच्चे दूध की तुलना में पाश्चुरीकृत दूध अधिक स्वास्थवर्धक, साफ, स्वादिष्ट और शरीर में लैक्टोस की क्षमता को घटाने वाला होता है। 

...हो सकती हैं कई घातक बीमारियां
दूध या दूध से बने खाद्य पदार्थों को भले ही स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता हो लेकिन यदि यह कच्चा हुआ तो यह तो ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। सीधे मिल्कमैन दूध से बने खाद्य पदार्थों के सेवन से मनुष्य में ना केवल संक्रमण की वजह से उल्टी, दस्त व बुखार होता है बल्कि जूनोसिस बीमारियों की चपेट में भी आ जाता है। इतना ही नहीं बुसेल्लोसिस या टीबी भी हो सकती है और गर्भवती महिलाओं के लिए गर्भपात का खतरा भी होता है।
डॉ. अस्मिता तडस्कर, सहायक आयुक्त, पशुसंवर्धन

उबले दूध में भी हो सकते हैं बैक्टीरिया
उबला दूध पीने की तुलना में कच्चा दूध पीने से खाद्य जनित बीमारी होने का खतरा खासा बढ़ जाता है। लेकिन कच्चे दूध की तुलना में पाश्चुरीकृत दूध अधिक शरीर में लैक्टोस की क्षमता को घटाने वाला होता है। 

जानलेवा हो सकता है ब्रूसेला बैक्टीरिया
जानवरों का कच्चा दूध बहुत घातक है जिसके माध्यम से मानव शरीर में ब्रूसेला बैक्टीरिया आ जाता है और सही समय पर इसकी पहचान और इसका उपचार नहीं होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है

पशुओं में पाया जाता है ये बैक्टीरिया
सही हाइजीन आदि का ख्याल नहीं रखने पर पशु इस तरह के बैक्टीरिया के इंफेक्शन के शिकार हो जाते हैं और ऐसा नहीं है कि बार-बार दूध पीने से ही इंफेक्शन होने की आशंका रहती है, बल्कि मनुष्य को एक बार भी दूध बिना उबाले पीने पर इंफेक्शन का जोखिम होता है

रोगग्रस्त पशुओं से फैलता है जूनोसिस
रोगग्रस्त पशुओं व मनुष्यों से स्वस्थ पशुओं व मनुष्यों में फैलने वाले संचारी रोगों को अंग्रेजी में जूनोसिस कहते हैं। इसे पशु-जनित व पशुजन्य रोग भी कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि पाश्चुरीकृत दूध की तुलना में कच्चे दूध में अधिक प्राकृतिक एंटीबॉडी, प्रोटीन और जीवाणु होते हैं।

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