डेंगू, स्क्रब टाइफस और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से बचने डॉ. पाटील ने दी एहतियात बरतने की सलाह

डेंगू, स्क्रब टाइफस और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से बचने डॉ. पाटील ने दी एहतियात बरतने की सलाह

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-21 08:31 GMT
डेंगू, स्क्रब टाइफस और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों से बचने डॉ. पाटील ने दी एहतियात बरतने की सलाह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य के नगर विकास व गृह राज्यमंत्री डॉ. रणजीत पाटील ने शहर में बढ़ते डेंगू, स्क्रब टाइफस, स्वाइन फ्लू जैसे जलजन्य और संसर्गजन्य रोगों के बढ़ने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि इन रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बारे में नागरिकों में जनजागृति की जाए। संसर्गजन्य रोगों के कारण शहरवासियों को परेशानी न हो, इसके लिए तत्काल उपाय योजना करें। उन्होंने कहा कि मनपा के अस्पतालों को लेकर नागरिकों की सोच बदलने के लिए उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधा मिलना आवश्यक है। विविध बीमारियों का  उपचार करते समय अन्य निजी अस्पतालों के डॉक्टरों को मनपा अस्पताल में बुलाकर उनका सहयोग लें। मॉडल हॉस्पिटल तैयार कर उसके माध्यम से नागरिकों को आधुनिक सुविधा मिले, इसके लिए अन्य निजी डॉक्टरों का सहयोग लें। 

जनजागृति पर जोर
नागपुर परिसर में विविध संसर्गजन्य रोगों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर विकास राज्यमंत्री डॉ. रणजीत पाटील ने मनपा मुख्यालय में आकस्मिक भेंट दी। इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज प्रशासकीय इमारत के आयुक्त सभागृह में समीक्षा बैठक की गई। समीक्षा बैठक में डॉ. पाटील ने कहा कि डेंगू, स्क्रब टाइफस, स्वाइन फ्लू, फायलेरिया जैसे रोगों का प्रकोप बढ़ने के बाद जिस प्रकार उपाय योजना किए जाते है, उसी तरह के उपाय योजना रोगों के निर्मूलन के लिए करने की जरूरत है। परिसर की स्वच्छता अत्यंत महत्वपूर्ण है। रोगों से बचाव के लिए नागरिकों में जनजागृति होना आवश्यक है। 

जनजागृति के लिए विविध माध्यमों का इस्तेमाल कर नागरिकों को रोगों से दूर रखने के लिए स्वच्छता क्यों जरूरी है, यह बताना आवश्यक है। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि व शहर के विविध एनजीओ का सहयोग लेकर प्रतिबंधात्मक उपाय योजना पर ज्यादा जोर देकर जनजागृति के माध्यम से योजना को कार्यान्वित करें। डेंगू, स्क्रब टायफस, स्वाइन फ्लू, फायलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का प्रकोप और मरीजों के बढ़ने से यह ध्यान में आता है। मनपा या अन्य शासकीय अस्पतालों में उपचार लेने वाले मरीजों की तरह निजी अस्पतालों में उपचार लेने वालों की संख्या अधिक है।

इन सभी मरीजों की जानकारी लेकर उन पर होने वाले उपचारों की समीक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। ऐसे मरीजों की जानकारी लेकर और उनके रोग से संबंधित रिपोर्ट निजी हॉस्पिटल व पैथोलॉजी से लेने के निर्देश भी राज्यमंत्री ने दिए। बैठक में कार्यकारी महापौर दीपराज पार्डीकर, स्थायी समिति सभापति वीरेंद्र कुकरेजा, सत्तापक्ष नेता संदीप जोशी, उपनेता वर्षा ठाकरे, नरेंद्र बोरकर, स्वास्थ्य समिति सभापति मनोज चापले, जलप्रदाय समिति सभापति पिंटू झलके, ज्येष्ठ नगरसेविका व प्रतोद दिव्या धुरडे, निगम आयुक्त रवींद्र ठाकरे, अप्पर आयुक्त राम जोशी, उपायुक्त नितीन कापडणीस, स्वास्थ्य उपसंचालक डॉ. अनिल चिव्हाणे, स्वास्थ्य अधिकारी (स्वच्छता) डॉ. प्रदीप दासरवार, सहायक सेवा आरोग्य सेवा डॉ. मिलींद गणवीर, हिवताप व हत्तीरोग अधिकारी जयश्री थोटे, डॉ. विजय जोशी, डॉ. नरेंद्र बहिरवार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। 

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