RTO की घोर लापरवाही, सड़कों पर स्कूली बच्चों को लेकर दौड़ रही 46 अनफिट बसें
RTO की घोर लापरवाही, सड़कों पर स्कूली बच्चों को लेकर दौड़ रही 46 अनफिट बसें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। RTO की लापरवाही के कारण अभी भी 46 अनफिट बसें बच्चों को लेकर सड़कों पर दौड़ रही हैं। यह काफी गंभीर बात है। इस संबंध में RTO अधिकारी एक तरफ कार्रवाई करने की बात करते हैं और दूसरी तरफ स्टॉफ की कमी का रोना रोते हैं। अहम सवाल यह है कि RTO पूरी तरह इन बसों पर लगाम कसने में क्यों असफल हो रहा है। सरकार ने स्कूल बसों के लिए कुछ नियम-कानून बनाए हैं, ताकि बच्चों का सफर सुरक्षित रहे। प्रति वर्ष बस का फिटनेस जांच करवा कर प्रमाण-पत्र लेना जरूरी है। इस वर्ष स्कूल शुरू होने के एक माह पहले ही RTO ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन स्कूलों का करीब आधा सत्र बीत जाने के बाद भी सभी बसों को फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं दिया जा सका है। अधिकृत आंकड़ों के अनुसार, शहर में कुल स्कूल 843 बसें हैं, जिसमें 778 बसों ने फिटनेस जांच करवाई है। दिवाली के पूर्व तक 65 बसें अनफिट थीं। अभी भी 46 बसें अनफिट अवस्था में हैं। ये बसें बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
फ्लाइंग स्क्वॉड में एक कर्मचारी
शहर RTO के पास अधिकृत तौर पर दो फ्लाइंग स्क्वॉड हैं। नियमानुसार इसमें 2 से 3 कर्मचारी होने चाहिए, ताकि शहर भर में यह स्क्वॉड नियमों को तोड़ने वाले वाहनों के खिलाफ मुहिम चला कर धर-पकड़ करें, लेकिन फ्लाइंग स्क्वॉड में केवल 3 कर्मचारी हैं। ऐसे में एक फ्लाइंग स्क्वॉड रहकर भी काम नहीं कर पा रहा है।
उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी अतुल आदे के मुताबिक अनफिट बसों को लेकर लगातार कार्रवाई होती रहती है। फिलहाल 46 बसें हैं, जिन्होंने फिटनेस नहीं लिया है। फ्लाइंग स्क्वॉड द्वारा ऐसी बसों पर नजर रखी जाती है। अनफिट ही नहीं, बल्कि नियमों को तोड़नेवाली बसों की भी धर-पकड़ होती है।
सीधी बात : शहर RTO के डिप्टी RTO अतुल आदे से अनफिट बसों के बारे में जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया...
रिपोर्टर :- सर, हमारे शहर में कितने स्कूल बस अनफिट हैं?
अधिकारी :- अभी 46 ऐसी बसें हैं, जिनका फिटनेस नहीं हुआ है।
रिपोर्टर :- क्या, उन पर कार्रवाई नहीं होती है?
अधिकारी :- बिल्कुल कार्रवाई करते हैं, लगातार कार्रवाई होती है। इसी कारण अनफिट बसों की संख्या घट रही है।
रिपोर्टर : - अभी तक पूरी बसों पर अंकुश क्यों नहीं लग पाया?
अधिकारी :- हमारे पास स्टॉफ की बहुत ज्यादा कमी है। फ्लाइंग स्क्वॉड में भी कर्मचारी कम हैं। बावजूद इसके कार्रवाई करने की कोशिश चलती रहती है। गत 6 माह में हमारी ओर से अवैध बस, ओवरलोडिंग वाहनों के साथ अनफिट स्कूल बसों पर लगातार कार्रवाई हुई है।
रिपोर्टर :- अभी जो बसें बची हैं, उन पर कब तक कार्रवाई होगी?
अधिकारी :- यह कहना मुश्किल है, क्योकि यह बसें शहर में कहां हैं, इस बारे में जानकारी नहीं रहती है। इन सभी बसों को RTO की ओर से पहले ही नोटिस भेजा गया है। फ्लाइंग स्क्वॉड की ओर से लगातार कार्रवाई होती है। पकड़ में आने पर सख्ती से कार्रवाई होती है।