बकाएदारों के कनेक्शन काटने पर मचा बवाल

बकाएदारों के कनेक्शन काटने पर मचा बवाल

Anita Peddulwar
Update: 2020-11-18 10:01 GMT
बकाएदारों के कनेक्शन काटने पर मचा बवाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर।   बिजली कर्मचारियों को बोनस देने की घोषणा के बाद ऊर्जामंत्री डॉ. नितीन राऊत ने बिजली बिल कम नहीं करने और बिल नहीं भरने वालों की बिजली काटने की चेतावनी देने के बाद घमासान मच गया है। विदर्भवादी सहित भाजपा नेताओं ने इसे लेकर ऊर्जामंत्री सहित महाविकास आघाड़ी को घेरने की कोशिश की है।

ऊर्जामंत्री के घर पर ठीया आंदोलन 
समिति ने कोरोनाकाल में विदर्भ का बिजली बिल खत्म करने, 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने, इसके बाद बिजली बिल आधा करने, कृषि पंपों का बिजली बिल माफ करने की मांग की है। इस मांग को लेकर आगामी 7 दिसंबर को विदर्भ राज्य आंदोलन समिति विदर्भ स्तर पर गांधी प्रतिमा के सामने किसान, बिजली ग्राहक, युवा, महिला, ‘किसान-बिजली और विदर्भ आंदोलन’ करेंगे। इसके बाद भी बिजली बिल माफ नहीं किया जाता है तो जनवरी में ऊर्जामंत्री के घर पर विदर्भ से हजारों लोग ठीया आंदोलन करेंगे। 

विदर्भवादियों ने चुनौती के साथ चेतावनी भी दी
मंगलवार को विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की वर्चुअल बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता अर्थशास्त्री डॉ. श्रीनिवास खांदेवाले ने की। मुख्य संयोजक राम नेवले ने प्रस्तावना रखी और विदर्भवादी नेता एड. वामनराव चटप ने इसे आगे बढ़ाया। बैठक में ऊर्जामंत्री राऊत के बयान का निषेध किया गया। विदर्भवादियों ने ऊर्जामंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि पहले उद्योगपति, शाला, अस्पताल, सरकारी बंगले, मंत्रालय, सरकारी कार्यालयों का बिजली बकाया घोषित करें। उनसे बिजली बिल वसूल करें। पहले उनकी बिजली काटें और फिर खुद कटर लेकर सामान्य लोगों के बिजली कनेक्शन काटकर दिखाएं। हम विदर्भवादी भी आते हैं। 

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