नागपुर स्टेशन से सफेद- नीले गुब्बारों से सज-धज कर निकली समानता एक्सप्रेस

नागपुर स्टेशन से सफेद- नीले गुब्बारों से सज-धज कर निकली समानता एक्सप्रेस

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-14 08:57 GMT
नागपुर स्टेशन से सफेद- नीले गुब्बारों से सज-धज कर निकली समानता एक्सप्रेस

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गुरुवार की सुबह नागपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 से समानता एक्सप्रेस रवाना हुई। सामाजिक न्यायमंत्री रामदास आठवले ने इसे हरी झंडी दिखाई। साथ ही रेलवे की सरहाना करते हुए यात्रियों को जर्नी के लिए शुभकामनाएं भी दी गई। ठीक 11.20 बजे गाड़ी गंतव्य की ओर रवाना हुई। इस वक्त गाड़ी को सफेद व नीले गुब्बारों से सजाया गया था। उत्साहित नागपुर निवासी इस गाड़ी में बैठ सफर की ओर निकले।

इन प्रमुख स्थलों पर जाएगी ट्रेन

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा पूरे जीवनभर किये गये महान कार्य को ध्यान में रखते हुए उनके सम्मान में एक स्पेशल पर्यटन गाड़ी का संचालन करने का निर्णय 6 दिसंबर को लिया गया था। यह गाड़ी 12 दिन तक पर्यटकों को डॉ. आंबेडकर के जीवन से संबंधित स्थल से होकर गुजरेगी। जिसमें उनके जन्मस्थान महू के साथ मुंबई, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर व लुंबिनी आदि क्षेत्र  प्रमुखता से रहेंगे। पर्यटकों को यहां से बस या अन्य वाहनों से स्टेशन से उन जगहों पर ले जाने की व्यवस्था भी की गई है। गुरुवार की सुबह प्लेटफार्म नंबर एक पर इस गाड़ी को हरी झंडी दिखाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सामाजिक न्याय मंत्री के साथ विधायक मिलिंद माने, गीरीश व्यास के साथ रेलवे के वरीष्ठ अधिकारी शामिल थे। इस गाड़ी में टूर के लिए यात्रियों को 11 हजार से ज्यादा की बुकिंग करनी पड़ी है। आईआरसीटीसी द्वारा चलाई गई पहली बार इस गाड़ी को यात्रियों का अच्छा प्रतिसाद मिला है। कुल 806 सीट जगह में 663 जगह बुक हो गई थी। इसमें नागपुर से ही 360 यात्री है। इसके अलावा वर्धा, बडनेरा, अकोला, भुसावल, मनमाड आदि स्टेशनों भी यात्री जुड़ें है।

रेलवे नहीं जानती जात-पात 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि, रेलवे किसी जात-पात को नहीं मानती है। इसमें काम करनेवाले सभी कर्मचारी व यात्री अलग-अलग जाति के होते हैं, लेकिन रेलवे में आने के बाद वह केवल यात्री रहते हैं। समानता एक्सप्रेस नगरवासियों के लिए तोहफा है। इसमें सफर करनेवाले यात्री डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के जीवन संबंधित स्थल पर जा सकेंगे। जो उनके लिए एक खास अनुभव रहेगा।  

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