मराठा आरक्षण के लिए आमरण अनशन पर बैठे संभाजी राजे
मेरी लड़ाई गरीब मराठा समाज के लिए मराठा आरक्षण के लिए आमरण अनशन पर बैठे संभाजी राजे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण सहित मराठा समाज की विभिन्न मांगों को लेकर सांसद संभाजी राजे शनिवार से महानगर के आजाद मैदान में आमरण अनशन पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरी लड़ाई समृद्धशाली 30 फीसदी मराठा समाज नहीं बल्कि गरीब मराठाओं के लिए है। राज्य सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि आघाडी सरकार मराठा समाज के लिए क्या करने वाली है, इसका ब्लूप्रिंट सौपे और आगामी बजट में प्रावधान किया जाए। इस बीच राज्य सरकार की तरफ से संभाजी को मनाने की कोशिश की गई पर वे नहीं माने और अनशन पर बैठ गए। अनशन स्थल पर पत्रकारों से बातचीत में संभाजी राजे ने कहा कि मैं कोई आज अचानक नहीं टपक पड़ा हूं। 2007 से में महाराष्ट्र में घूम रहा हूं। 2017 में मैंने राज्यभर के मराठा संगठनों से एक जुट होने की अपील की तो उन्होंने कहा कि राजे आप के नेतृत्व की जरुरत है। 2013 में आजाद मैदान में मोर्चा निकाला था और इसके बाद मराठा आरक्षण के लिए राणे समिति की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि मेरे लिए आमरण अनशन आसान काम नहीं है पर मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के कुल में जन्मा हूं। यदि मैं यह लड़ाई नहीं लड़ सका तो फिर मेरा क्या उपयोग है?
नहीं भायी मुख्यमंत्री की पहल
मराठा आरक्षण को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्वतंत्र पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करने का एलान किया था।। इस बारे में पूछे जाने पर संभाजी राजे ने कहा कि जब एक पिछड़ा वर्ग आयोग पहले से है तो मराठा समाज के लिए अलग से आयोग गठित करने की जरुरत थी क्या? उन्होंने कहा कि केवल मराठा समाज को खुश करने के लिए इस तरह की घोषणाएं की जा रही हैं। मेरी जानकारी के अनुसार यह कानून सम्मत नहीं है। राजे ने कहा कि आगामी बजट में हमारी मांगो को लेकर बजटीय प्रावधान किए जाए। इसका ब्लू प्रिंट दिखाईए। राज्य सरकार के हाथ में जो है वह तो करे।
15 दिनों का दिया था आश्वासन
संभाजी राजे ने कहा कि सरकार ने आश्वासन दिया था कि 15 दिनों में मराठा आरक्षण का मुद्दा आगे बढ़ाया जाएगा। इसके बाद मैंने नाशिक में मुक मोर्चा टाल दिया था लेकिन राज्य सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया। इस लिए मुझे अनशन पर बैठना पड़ा है। अण्णा साहेब पाटील आर्थिक महामंडल के लिए 400 करोड़ रुपए की घोषणा की गई पर थोड़े से पैसे ही आए। ठाणे में मंत्री एकनाथ शिंदे के प्रयासों से केवल हास्टल शुरु हो सका सरकार ने इसमें क्या किया। जिस कोपर्डी के लिए इतने मोर्चे निकाले गए उसका क्या हुआ। इस दौरान एक सवाल के जवाब में संभाजी राजे ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार का फोन आया था। पर यात्रा में होने के कारण मैं बात नहीं कर सका।
‘उम्मीद है मोदी सरकार भी करेगी सम्पर्क’
इस बीच प्रदेश कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने ट्विट कर कहा कि संभाजी राजे ने खुद कहा है कि उपमुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने उनसे सम्पर्क किया था। उनकी कई मांगे केंद्र सरकार से संबंधित है। उम्मीद है मोदी सरकार भी उनसे सम्पर्क करेगी।