विपक्ष के सुर से मिला शिवसेना का सुर, कहा- वामपंथियों की गिरफ्तारी में कुछ तो गड़बड़  है

विपक्ष के सुर से मिला शिवसेना का सुर, कहा- वामपंथियों की गिरफ्तारी में कुछ तो गड़बड़  है

Tejinder Singh
Update: 2018-09-03 14:47 GMT
विपक्ष के सुर से मिला शिवसेना का सुर, कहा- वामपंथियों की गिरफ्तारी में कुछ तो गड़बड़  है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विपक्ष के साथ-साथ अब सरकार में शामिल शिवसेना ने भी तथाकथित ‘शहरी-नक्सलियों’ की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र पुलिस पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि इन वामपंथियों की गिरफ्तारी में कुछ तो गड़बड़ है। पार्टी के मुखपत्र में छपे संपादकीय में शिवसेना ने कहा है कि ‘गिरफ्तारी के पीछे पुलिस का तर्क हास्यास्पद है। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पूर्ववर्ती सरकार को जनता ने सत्ता से बेदखल किया था, न कि वामपंथियों ने। अभी तक कम से कम लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सरकार को बदलना संभव है।’’ पार्टी ने कहा है कि पुणे पुलिस को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए और सरकार को भी उन्हें इस तरह का मूर्खतापूर्ण बयान देने से रोकना चाहिए।

शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजीव गांधी की शैली में निशाना बनाए जाने के पुलिस के बयान पर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी निडर और साहसी नेता थे। यह उनका साहस था, जिसके चलते उन्होंने जान गंवाई। लेकिन मोदी इस तरह का साहस कभी नहीं दिखा पाएंगे। शिवसेना ने कहा कि मोदी को पहले से ही दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा प्राप्त है और यहां तक कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता और उनकी सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सकता।

पुलिस के तर्क को खारिज करते हुए भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना ने कहा है कि अगर मुट्ठीभर वामपंथियों में इतनी राजनीतिक ताकत होती तो वे पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मणिपुर आदि में अपनी कम्युनिस्ट सरकार नहीं गंवाते। पुणे पुलिस ने विभिन्न शहरों से सुधा भारद्वाज, गौतम नवलाखा, अरुण फरेरा और वेरनॉन गोंजाल्विस  को गिरफ्तार किया है।  शिवसेना ने कहा कि इन गिरफ्तारियों में कहीं कुछ गड़बड़ है। भाजपा नए चुटकलों में उपहास का पात्र बने, इससे पहले सच्चाई जरूर सामने आनी चाहिए। 
 

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