नागपुर के तीन इंजीनियरिंग कॉलेजों के शटर डाउन

नागपुर के तीन इंजीनियरिंग कॉलेजों के शटर डाउन

Anita Peddulwar
Update: 2020-07-02 08:12 GMT
नागपुर के तीन इंजीनियरिंग कॉलेजों के शटर डाउन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बीते कुछ वर्षों से बुरे दिन देख रहे इंजीनियरिंग कॉलेजों के शटर डाउन होने का सिलसिला इस वर्ष भी बरकरार है। नागपुर के अमरावती रोड स्थित विद्या निकेतन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और कामठी का आईटीएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बंद होने जा रहा है। वर्धा का दत्ता मेघे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग इस वर्ष से अपने प्रथम वर्ष के प्रवेश बंद कर देगा। वहीं, नागपुर के राजीव गांधी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग का यशवंत राव चौव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में विलय होने वाला है। 

लगातार बिगड़ रहे हालात
कोराेना संक्रमण की वजह लगे लॉकडाउन के बाद इंजीनियरिंग कॉलेजों की आर्थिक हालत खराब हो गई है। कुछ ही दिन पूर्व प्रकाशित समाचार में भास्कर ने बताया था कि किस प्रकार नागपुर विभाग के करीब 50 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 300 करोड़ रुपए लटक गए हैं, ऐसे में कॉलेज प्रबंधन भी अब आर्थिक पैकेज की मांग करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में इंजीनियिरंग कॉलेज चलाना चुनौती से कम नहीं है। एडमिशन के ट्रेंड पर भी नजर डालें तो अधिकांश विद्यार्थी या तो मशहूर इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश लेना पसंद करते हैं या पारंपरिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते हैं। शैक्षणिक सत्र 2019-20 में नागपुर विभाग के 47 इंजीनियरिंग कॉलेजों की कुल 18 हजार 240 सीटों में से 8898 सीटें खाली रह गई थीं। सत्र 2018-19 में नागपुर विभाग में इंजीनियरिंग की 23 हजार 498 सीटों पर करीब 8 हजार 200 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिए थे। करीब 15 हजार सीटें खाली थीं। वर्ष 2017-18 के शैक्षणिक सत्र में नागपुर की कुल 22 हजार 226 इंजीनियरिंग सीटों में से करीब 10 हजार 25 सीटें खाली रह गई थीं।
 

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