राष्ट्रीय फलक पर चमका सिहोदा भारत सरकार से मिला प्रतिष्ठित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार!

राष्ट्रीय फलक पर चमका सिहोदा भारत सरकार से मिला प्रतिष्ठित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार!

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-06-09 08:27 GMT

डिजिटल डेस्क | जबलपुर प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थायें अपने कार्यों का लोहा पूरे देश में मनवा रही हैं। आत्मनिर्भरता तथा समावेशी विकास का प्रतीक बनी ऐसी ही एक ग्राम पंचायत है, जबलपुर जिले के विकासखंड शहपुरा की सिहोदा। जहां कोरोना की विभिन्न चुनौतियों और विषम परिस्थितियों के बीच सिहोदा ग्राम पंचायत ने आस-पड़ोस के पंचायतों के लोगों और प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन का प्रबंध कर सामाजिक सरोकार निभाया। विकास के मामले में अग्रणी सिहोदा को भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा दो साल से लगातार प्रतिष्ठित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार मिल रहा है, जिस वजह से सिहोदा राष्ट्रीय फलक पर चमक उठा है। सिहोदा को इस साल के पुरस्कार के लिए भारत सरकार से 8 लाख रुपये मिले हैं।

पंचायत को खुले में शौच मुक्त ग्राम का निर्मल ग्राम पुरस्कार भी मिल चुका है। यह सब जनकल्याणकारी योजनाओं को शत-प्रतिशत लागू कर उसके सफल क्रियान्वयन तक की लंबी कवायद का परिणाम है। सिहोदा ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति की प्रधान श्रीमती मीरा परशुराम पटेल कहती हैं कि करीब 2 हजार 332 की आबादी वाली इस पंचायत के सभी 427 घरों में शौचालय बने हैं, ग्रामीण इनका उपयोग भी करते हैं। श्रीमती पटेल कहती हैं कि पिछले साल मिली पुरस्कार राशि से शाला प्रांगण में पेवर ब्लाक बिछाया गया था। इस साल मिली राशि भी विकास कार्य पर खर्च होगी।

खुले में शौच से मुक्त इस पंचायत के अत्यंत सुंदर परिसर में पंचायत कार्यालय, उप स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी भवन और प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल भवन बने हैं। पंचायत सचिव जनक प्रसाद पटेल ने बताया कि दिघौरा व सिहोदा दो गांवों को मिलाकर बनी सिहोदा पंचायत में अब तक 134 प्रधानमंत्री आवास योजना के पक्के मकान बने हैं और सभी को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेण्डर और चूल्हा भी दिया गया है। गांव के भीतर के चार छोटे चौराहे व तिराहे रात में सौर ऊर्जा की बिजली से रोशन रहते हैं। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 91 हितग्राहियों को पेंशन सहायता मिल रही है। गांव की हर गली में पक्की सड़क और नाली बनी है।

कुछ पुरानी सीमेंटेड उखड़ी सड़कों को सुधार कर उन पर पेवर ब्लाक बिछाकर उन्हें नए सिरे से बनवाया जा रहा है। जल जीवन मिशन के तहत पूरे गांव में पाइप लाइन बिछ गई है, पानी की टंकी भी बन गई है, जल्दी ही हर घर में नल से पानी पहुंचने लगेगा। कोरोना महामारी से लोगों को जागरूक करने दीवारों में नारे लेखन सहित नि:शुल्क मास्क व सेनेटाइजर का वितरण किया गया। पंचायत की ओर से पिछले साल कोरोना के दौरान और इस साल प्रतिदिन 800 से एक हजार लोगों को भोजन के पैकेट भी वितरित किये गये। सिहोदा आदर्श ग्राम पंचायत होने के साथ-साथ विवादविहीन ग्राम भी है, जहां गांव के छोटे-मोटे मसले पंचायत कार्यालय में मिल बैठकर सुलझाये जाते हैं। सिहोदा पंचायत की समग्र कार्यप्रणाली वास्तव में अन्य पंचायतों के लिए एक मिसाल है।

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