22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन फसल सूखने की कगार पर, किसान अब बाप्पा से कर रहे कामना

22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन फसल सूखने की कगार पर, किसान अब बाप्पा से कर रहे कामना

Anita Peddulwar
Update: 2018-09-10 07:55 GMT
22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन फसल सूखने की कगार पर, किसान अब बाप्पा से कर रहे कामना

डिजिटल डेस्क, तिवसा(अमरावती)। बीते महीने भर से तिवसा तहसील में  अत्यल्प  बारिश  के चलते  किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ तौर पर दिखाई देने लगी है। कुछ दिनों से तहसील में बदरीला मौसम बने रहने से 22  हजार हेक्टेयर की सोयाबीन फसल सूखने की कगार पर आ गई है। जबकि दूसरी ओर सोयाबीन की फल्लियां खिलने से पहले ही पीली पड़ने लगी है, इसीलिए सरकार के कृषि विभाग की ओर से नुकसान प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण कर किसानों को मदद देने की मांग अब जोर पकड़ती जा रही है।

बता दें कि पहले से ही तहसील के किसान प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे हैं। इतना ही नहीं तो किसान लगातार फसलों का नुकसान सहन कर रहे हैं। इस वर्ष सोयाबीन उत्पादक किसानों को उम्मीद थीं कि बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष बेहतर उत्पादन मिलेगा और संतोषजनक बारिश होगी। लेकिन मानसून के शुरुआती दिनों में संतोषजनक बारिश होने के बाद बारिश ने पूरी तरह से मुंह मोडऩे का काम किया है। पहले कपास पर बोंड इल्ली का प्रकोप होने के बाद किसानों को कपास  की फसल से हाथ धोना पड़ा। बोंडइल्ली प्रभावित कपास उत्पादक किसानों को अब तक मदद नहीं मिल पायी है। बावजूद इसके किसानों ने सोयाबीन फसल लगाने की जोखिम उठायी और उनका यह जोखिम उनकी ही जान पर बन आया है।

सोयाबीन पर भी बारिश के अचानक गायब हो जाने से संकट के बादल मंडराने लगे हैं। तहसील में तकरीबन 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की सोयाबीन फसल सूखने की कगार पर आ गई है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। तिवसा तहसील में कुल  42 हजार 564 हेक्टर क्षेत्र में किसान खेतीबाड़ी का कार्य निपटाते हैं। इनमें से  11 हजार 725 हेक्टर में किसानों ने कपास की फसल लगायी थी, जबकि  22 हजार 138 हेक्टर में किसानों ने सोयाबीन फसल लगायी। 4 हजार 946  क्षेत्र में तुअर और अन्य क्षेत्र में विविध प्रकार की फसलें लगाई गई है।  इन दिनों बदरीला मौसम बने रहने से किसानों को सोयाबीन फसल हाथ से निकल जाने का भय सता रहा है। किसानों ने कृषि विभाग से उपाययोजना करने संबंध में मार्गदर्शन करने की मांग की है।

अब बाप्पा से कर रहे कामना
तहसील में बारिश पूरी तरह से रूठी हुई नजर आ रही है।   संपूर्ण तहसील में बदरीला मौसम बना हुआ है। लेकिन यह बदरीला मौसम सोयाबीन फसल के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।  सोयाबीन की फसल सूखने और पीली पड़ने लगी है। इसीलिए अब तहसील के किसान बाप्पा की आराधना कर बारिश लाने की कामना करते नजर आ रहे हैं। 

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