अकोला से नागपुर आ रही एसटी बस धधक उठी

बड़ा हादसा टला अकोला से नागपुर आ रही एसटी बस धधक उठी

Anita Peddulwar
Update: 2022-11-02 04:25 GMT
अकोला से नागपुर आ रही एसटी बस धधक उठी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  अकोला से नागपुर की ओर आ रही एसटी महामंडल की एक बस में शॉट सर्किट से आग लग गई। बस में 38 यात्री सवार थे। समय पर यात्रियों को बाहर निकलने से जनहानि नहीं हुई, लेकिन बस कुछ ही देर में खाक हो गई। यह बस गणेशपेठ बस डिपो की है। आउटडेटेड बसों से कभी भी हादसे हो सकते हैं, दैनिक भास्कर ने कई बार ऐसी खबरें प्रकाशित कर आगाह किया था, लेकिन विभाग ने गंभीरत से नहीं लिया। गत 31 अगस्त में उन बसों के नंबर भी प्रकाशित किए गए थे, जिनसे हादसे होने की आशंका है। इन नंबरों में उपरोक्त बस का नंबर भी शामिल था। यह नंबर एमएच 14 4411 है।

यात्री को हानि नहीं पहुंची 
उपरोक्त हादसे में किसी भी यात्री को हानि नहीं पहुंची है। बस में आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है। इसकी जांच हो रही है। 
-श्रीकांत गबने, विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल नागपुर

आपातकालीन दरवाजा नहीं खुला : उपरोक्त बस (क्र. एमएच 14 4411) 38 यात्रियों को लेकर अकोला से नागपुर की ओर आ रही थी। अमरावती महामार्ग पर मोजरी के पास बस के बोनट से चिंगारियां निकलने लगीं। डर कर चालक ने जैसे ही गाड़ी को रोका, धुआं और तेजी से निकलने लगा। उसने यात्रियों को जल्दी नीचे उतरने के लिए कहा। इस दौरान थोड़ी अफरा-तफरी भी रही। यात्रियों को धक्का-मुक्की करनी पड़ी। हैरानी की बात यह भी कि उक्त गाड़ी का आपातकालीन दरवाजा नहीं खुला। एक ही दरवाजे से यात्रियों को बाहर निकलने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसके बाद बोनट से निकलने वाली चिंगारियों को बुझाने के लिए ड्राइवर ने पानी डाला। कोई फर्क नहीं पड़ा, उल्टे बोनट की आग और धधक उठी।  देखते ही देखते महामार्ग के किनारे  एसटी महामंडल की हिरकणी बस आग की लपटों में घिर गई। जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी गई। यात्रियों को दूसरी बस से नागपुर में लाया गया।

समय अवधि खत्म हुई बसें दौड़ रही हैं : सूत्रों की मानें तो बसों की कमी के कारण एसटी महामंडल की ओर से कई आउटडेटेड बसें चलाई जा रही हैं। दैनिक भास्कर में खबर भी प्रकाशित की गई थी, लेकिन सुध नहीं ली गई है। उपरोक्त बस हिरकणी बस थी। इसी तरह एमएच 14 सीरीज की बस क्रमांक 4404, 4825, 4403, 5027, 5008, 5007, 4825, 5034 नंबर की बसों को भी मरम्मत की जरूरत है। यह बसें भी समय खत्म होने के बाद लगातार चलाई जा रही हैं। 
 

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