घबराकर चर्चा से दूर भाग रही राज्य सरकार- फडणवीस 

घबराकर चर्चा से दूर भाग रही राज्य सरकार- फडणवीस 

Anita Peddulwar
Update: 2020-12-13 13:20 GMT
घबराकर चर्चा से दूर भाग रही राज्य सरकार- फडणवीस 

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन अधिवेशन की पूर्व संध्या पर विपक्ष ने महाविकास आघाड़ी सरकार के चाय पान का बहिष्कार कर दिया। दो दिवसीय शीतकालीन अधिवेशन की शुरुआत सोमवार से होगी। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य सरकार पर चर्चा से घबराने और दूर भागने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार को अहंकारी करार दिया। साथ ही सरकार पर तुगलकी फैसले लेने का आरोप लगाया। रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि शीतकालीन सत्र कम से कम दो सप्ताह का होना चाहिए था लेकिन सरकार ने मात्र दो दिन के अधिवेशन आयोजित किया है। सरकार किसानों, गरीबों, महिलाओं की समस्याओं पर संवाद नहीं करती है। इसलिए हमने सरकार के चाय पान का बहिष्कार किया है।  फडणवीस ने कहा कि सरकार में कोई निर्णय लेने की क्षमता नहीं है। जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार में कोई आत्मीयता नजर नहीं आती। सरकार में शामिल तीनों पार्टियों का व्यवहार अशोभनीय है।

फडणवीस ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ झलावा किया है। आपदा के कारण विदर्भ के कुछ इलाकों में फसलों का नुकसान के लिए किसानों की कोई मदद नहीं की गई। जहां पर पैसे दिए गए हैं वहां बहुत कम मदद दी गई है। इससे किसानों में भारी आक्रोश है। 
फडणवीस ने कहा कि देश में सबसे अधिक महाराष्ट्र में लगभग 48 हजार लोगों की कोरोना से मौत हुई है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार विफल रही है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार और मनपा में भ्रष्टाचार हुआ है। फडणवीस ने कहा कि मराठा आरक्षण पर सरकार की ढुलमुल नीति के कारण सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण पर रोक लगाया है। अधिवेशन में सरकार को मराठा और ओबीसी आरक्षण पर अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। 

फडणवीस ने कहा कि महिला सुरक्षा पर सरकार फेल हो गई है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति लचर है। कोविड सेंटर में महिलाओं के साथ बढ़े पैमाने पर गलत व्यवहार हुआ। इसको भी सरकार रोक नहीं पाई। अब सरकार महिला अत्याचार से जुड़ा विधेयक सत्र में पेश करने वाली है। हम अपेक्षा करते हैं कि इस विधेयक पर चर्चा के लिए सरकार पर्याप्त समय देगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में बढ़े बिजली बिलों में उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए सदन में आवाज उठाई जाएगी।  फडणवीस ने कहा कि हम विधानमंडल के कामकाज सलाहकार समति की बैठक में भी चाह रहे थे कि शीतकालीन सत्र नागपुर में आयोजित हो लेकिन सरकार ने कोरोना का कारण दिया। इसके बाद हमने बजट अधिवेशन नागपुर में आयोजित करने की मांग की। उसके लिए भी सरकार तैयार नहीं हुई। 

दरेकर को दबाने का प्रयास 
फडणवीस ने कहा कि विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। मुंबई सहकारी बैंक के संबंध में जो जांच बंद हो चुकी है उसको दोबारा शुरू करने का प्रयास है। लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। हम सरकार के खिलाफ बोलते रहेंगे। राज्य में अघोषित आपातकाल लागू हुआ नजर आ रहा है। सरकार के खिलाफ बोलने वाले लोगों को किसी न किसी मामले में फंसाया जा रहा है।


 

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