आदिवासी अनुदानित आश्रम स्कूलों के विद्यार्थियों को दिया जाएगा जीवन कौशल पर प्रशिक्षण

आदिवासी अनुदानित आश्रम स्कूलों के विद्यार्थियों को दिया जाएगा जीवन कौशल पर प्रशिक्षण

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-12 14:48 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के आदिवासी विभाग के अनुदानित आश्रम स्कूलों के किशोर विद्यार्थियों और शिक्षकों को जीवन कौशल पर प्रशिक्षण इस साल से दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण राज्य के 556 आश्रम स्कूलों के कक्षा 7 वीं से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य, पोषण, पानी, स्वच्छता और जीवन कौशल के बारे में होगा। सरकार के आदिवासी विकास विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है। सरकार ने शासकीय आश्रम स्कूल और आवासीय स्कूल के किशोर विद्यार्थियों को दिए गए जीवन कौशल विषय से जुड़े प्रशिक्षण की तर्ज पर अनुदानित आश्रमस्कूल के विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। यूनिसेफ की मदद से राजमाता जिजाऊ माता और बाल स्वास्थ्य तथा पोषण मिशन के माध्यम से अनुदानित आश्रम स्कूल में प्रशिक्षण शुरू करने को मंजूरी दी गई है। स्वास्थ्य से संबंधित कौशल्य विकास का प्रशिक्षण देने पर विद्यार्थी समस्याओं का निराकरण कर सकेंगे। साथ ही विद्यार्थियों को आत्मविश्वास बढ़ाने और आत्मनिर्भर बनाना प्रशिक्षण का उद्देश्य है।

शासनादेश के अनुसार मास्टर ट्रेनर्स को राज्य स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये मास्टर ट्रेनर्स अनुदानित आश्रम स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। इसके बाद प्रशिक्षित शिक्षक आश्रम स्कूल के कक्षा 7 वीं से 12 वीं तक के विद्यार्थियों को साप्ताहिक सत्र में प्रशिक्षिण देंगे। नागपुर विभाग में 148, अमरावती विभाग में 125, नाशिक विभाग में 211 और ठाणे विभाग में 72 अनुदानित आश्रम स्कूल हैं। इन आश्रम स्कूल के 2224 शिक्षकों को प्रशिक्षिण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के मूल्यांकन के लिए आदिवासी विभाग के माध्यम से नाशिक के आदिवासी विकास आयुक्त की अध्यक्षता समिति बनाई जाएगी। पांच सदस्यों वाली इस समिति की तीन महीने में एक बार बैठक होगी। मास्टर ट्रेनर्स को नागपुर के पब्लिक हेल्थ इन्स्टिट्यूट, नागपुर के वनामती और पुणे के यशवंतराव चव्हाण विकास प्रशासन अकादमी (यशदा) में प्रशिक्षण दिया जाएगा। मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण का कार्यक्रम छह दिनों का होगा। जबकि शिक्षकों को भी पब्लिक हेल्थ इन्स्टिट्यूट, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र और स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण तीन दिनों का प्रशिक्षण तीन सोत्र में दिया जाएगा। इसके बाद आश्रम स्कूलों में विद्यार्थियों को 33 सत्रों में प्रशिक्षण का कार्यक्रम पूरा किया जाएगा।

Tags:    

Similar News