कई मेडल पाने वाला अजनी थाने का उपनिरीक्षक ठाकुर 1 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
कई मेडल पाने वाला अजनी थाने का उपनिरीक्षक ठाकुर 1 लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अच्छे कार्यों के लिए कई मेडल अपने नाम कर चुके अजनी थाने के उपनिरीक्षक राजेश केशव सिंह ठाकुर (56) को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई शताब्दी चौक पर हुई। आरोप है कि एक प्लॉट से कबाड़ी की दुकान का अतिक्रमण हटाने के लिए 3 लाख रुपए उपनिरीक्षक ने मांगे थे। पहली किस्त के रूप में 1 लाख रुपए देना तय हुआ था। दूसरी ओर, देर रात तक एसीबी की दूसरी टीम राजेश सिंह ठाकुर के आवास पर भी छानबीन कर रही थी।
शिकायतकर्ता ने इसकी सूचना एसीबी को दी। एसीबी की अधीक्षक रश्मि नांदेडकर, अपर अधीक्षक राजेश दुद्दलवार के मार्गदर्शन में कार्रवाई की तैयारी हुई। 3 लाख में से एक लाख रुपए की किस्त बुधवार काे देनी थी। बुधवार को राजेश शताब्दी चौक पर बंदोबस्त में तैनात था। रिश्वत की रकम लेकर शिकायतकर्ता को यहीं बुलाया था। यहां पहले से ही एसीबी की टीम थी। जैसे ही राजेश ने 1 लाख रुपए लिए, पकड़ लिया गया। अजनी थाने में रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया गया। एसीबी की पुलिस निरीक्षक योगिता चाफले, माेनाली चौधरी, कर्मचारी रविकांत डहाट, मंगेश कलंबे, लक्ष्मण परतेती, अस्मिता मेश्रााम व चालक वकील शेख ने कार्रवाई में सहयोग किया।
प्लॉट पर कबाड़ी का था कब्जा
शिकायतकर्ता बोरकरनगर, बारासिग्नल राेड, नागपुर का रहने वाला है। वह रेलवे में पार्सल ठेकेदारी करता है। उसने पिछले साल 9 सितंबर को नितीन नारनवरे से शताब्दी चौक में प्लॉट खरीदने का करारनामा किया था। इस प्लॉट पर गोपाल सिंह राजपूत ने कबाड़ की दुकान लगाकर अतिक्रमण कर लिया था।
अतिक्रमण हटाने को लेकर शिकायतकर्ता से हुआ था विवाद
शिकायतकर्ता ने प्लाॅट का अतिक्रमण हटाने को लेकर गोपाल से बात की। इस पर विवाद हो गया। अजनी थाने में शिकायतकर्ता के खिलाफ धारा 452 ,448 ,323 ,427 ,504, 149, 143, 144, 147 के तहत मामला दर्ज हुआ था। इस प्रकरण की जांच अजनी थाने के उपनिरीक्षक राजेश सिंह कर रहे थे। बाद में गोपाल ने अतिक्रमण हटा लिया था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि राजेश सिंह ने इसके बाद 3 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में 1 लाख रुपए की पहली किस्त देने पर बात बनीं।