अमरावती हिंसा के बाद तनाव, शहर में कर्फ्यू
आतंक अमरावती हिंसा के बाद तनाव, शहर में कर्फ्यू
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती शहर में दो दिनों से चल रही हिंसा के बाद प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। ज्ञात हो कि शुक्रवार को अल्पसंख्यकों का त्रिपुरा की घटना के निषेधार्थ विशाल मोर्चा निकाला गया था। इस मोर्चे के दौरान चित्रा चौक परिसर में कुछ असामाजिक तत्वों ने दुकानों में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट की थी। इसके बाद यह मोर्चा शांतिपूर्वक जिलाधीश कार्यालय पहुंचा और वहां जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा गया किंतु चित्रा चौक पर घटित घटना को लेकर भाजपा व अन्य संगठनों ने शनिवार को अमरावती बंद की घोषणा की थी। इस बंद के दौरान राजकमल चौक पर सुबह भारी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान भीड़ में शामिल कुछ शरारती तत्व राजकमल चौक पर उत्पात मचाते हुए कई दुकानों व सामान्य नागरिकों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने लगे। इस समय एक धार्मिक स्थल की भी तोड़फोड़ की गई।
शहर में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने की सूचना मिलते ही दोनों ही समुदाय के लोग सड़कों पर आने लगे पश्चात शहर के मुख्य बाजार पेठ में जमकर तोड़फोड़ शुरू की गई। इस हिंसा को नियंत्रित करने में पुलिस के 6 जवान घायल हुए हंै। जबकि 4 अन्य लोगों के घायल होने की जानकारी है। शरारती तत्वों ने सक्करसाथ व गवलीपुरा परिसर में उत्पात मचाते हुए शहर के विभिन्न इलाकों में भारी तोड़फोड़ की। जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसूगैस व रबर गन का सहारा लेना पड़ा। कई स्थानों पर बल प्रयोग भी किया गया। शहर के सभी चौक-चौराहों पर पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त तैनात कर दिया गया। राजापेठ से लेकर राजकमल चौक परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
अगले आदेश तक जारी रहेगी पाबंदियां
शहर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तीन दिनों तक मोबाइल इंटरनेट बंद रखने और चार दिनों तक संचारबंदी लागू की गई है। यह आदेश केवल शहरी क्षेत्र के लिए है। परिस्थिति को देखकर आगे आदेश में बदलाव किए जाएंगे। -पवनीत कौर, जिलाधीश, अमरावती
सोशल मीडिया पर रोक
सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जानेवाली अफवाहों तथा गलत जानकारियों पर रोक के लिए कफर्यू व इंटरनेट बंदी के आदेश जारी किए गए हंै। साथ ही अलग-अलग माध्यमों पर भेजे जा रहे संदेशों पर भी नजर रखी जा रही है। -संदीप पाटील, प्रभारी पुलिस आयुक्त