नरभक्षी बाघिन को काबू करने हरियाणा से आये विशेषज्ञ
नरभक्षी बाघिन को काबू करने हरियाणा से आये विशेषज्ञ
डिजिटल डेस्क, रालेगांव(यवतमाल)। जिले के फारेस्ट रेंज सहित आसपास के गांवों में आतंक फैलाने वाली आदमखोर बाघिन ने वन विभाग की नाक में दम कर रखा है। उसके आतंक से जहां लोगों की रातों की नींद उड़ गई है वहीं उसे पकड़ने के सारे प्रयास विफल होते नजर आ रहे हैं। इस खूंखार बाघिन को पकड़ने के लिए मंगलवार को हरियाणा से शूटर दाखिल हुआ है। शूटर के साथ 2 इटालियन प्रजाति के डॉग भी हैं जो बाघिन को पकड़ने में साथ देंगे। बता दें कि तीन दिन पहले भी यहां हैदराबाद से शूटर दाखिल हुआ था। अब दोनों शूटर मिलकर आतंकी बाघिन को पकड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं।
हाथियों को वापस लौटाया
गौरतलब है कि आदमखोर बाघिन को पकडऩे की मुहिम में लगे एक हाथी ने चहांद गांव में महिला को कुचलकर मार डाला था और एक व्यक्ति को घायल कर दिया था। जिसके बाद सभी हाथी वापस लौटा दिए गए। मुहिम खटाई में पड़ती नजर आ रही थी लेकिन फारेस्ट ने शनिवार को शूटर नवाब शहाफथ अली को हैदराबाद से बुलाया और मंगलवार को एक और शूटर हरियाणा से दो डॉग के साथ पहुंचा है। अब दोनों शूटर आदमखोर बाघिन को पकड़ने या अंत में मारने का प्रयास फिर से करेंगे।
पहले भी किए जा चुके हैं प्रयास
उल्लेखनीय है कि करीब एक माह पूर्व मुंबई उच्च न्यायालय के नागपुर खंडपीठ द्वारा जारी आदेश के बाद 12 सितम्बर से नरभक्षी बाघिन को पकडऩे या उसको मारने की मुहिम चलाई जा रही है। लेकिन कुछ दिनों से वन्यजीव प्रेमियों के बढ़ते दबाव के चलते साथ ही प्रशासकीय दिक्कतों के कारण शूटर नवाब को वापस जाना पड़ा था। इसके बाद पांच हाथी और करीब 200 प्रशिक्षित अधिकारी, कर्मचारियों ने नरभक्षी बाघिन को पकडऩे का प्रयास किया। लेकिन यह प्रयास भी विफल रहा। इसके चलते वनविभाग के उच्चस्तरीय अधिकारियों ने शूटरों से बाघिन को पकडऩे या उसे खत्म करने के लिए मुहिम में शामिल किया है।