यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह 19 को, नहीं मिला अब तक कोई चीफ गेस्ट

यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह 19 को, नहीं मिला अब तक कोई चीफ गेस्ट

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-03 08:03 GMT
यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह 19 को, नहीं मिला अब तक कोई चीफ गेस्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी का 106 वां दीक्षांत समारोह 19 जनवरी को शहर के सिविल लाइंस स्थित देशपांडे सभागृह में होगा। कार्यक्रम के लिए अब मात्र 14 दिन शेष रह गए हैं लेकिन मुख्य अतिथि का अब तक निर्णय नहीं हो पाया है। पांच माह के दौरान पांच राजनीतिक और उद्योग जगत की हस्तियों के इनकार के बाद यूनिवर्सिटी में यह स्थिति अब तक बनी हुई है। यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ.सिद्धार्थ विनायक काणे के अनुसार अब तक मुख्य अतिथि का नाम तय नहीं हुआ है, लेकिन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, जो कार्यक्रम में बतौर विशेष अतिथि शामिल होने वाले हैं, उन्हें मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने पर यूनिवर्सिटी विचार कर रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि राज्यपाल सी.विद्यासागर राव कार्यक्रम में उपस्थित रहकर स्वयं इसकी अध्यक्षता करेंगे। 

बस इस तरह करते रहे इंतजार
सबसे पहले विश्वविद्यालय ने टाटा उद्योग के रतन टाटा को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था, लेकिन उनकी तिथियां यूनिवर्सिटी के टाइमफ्रेम से मेल नहीं खा रही थी। लिहाजा रतन टाटा ने कार्यक्रम में आ पाने में असमर्थता दर्शाई। {इसके बाद विश्वविद्यालय ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुकेश अंबानी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया, लेकिन उनकी पुत्री की शादी थी, इसलिए उन्होंने भी कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार कर दिया। {विवि ने इन दोनों के बाद मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल करने का विचार किया था, मगर उनकी ओर से भी विवि को सकारात्मक उत्तर नहीं मिला। 

नागपुर यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ.काणे ने दिसंबर माह की शुरुआत में घोषणा की थी कि आईआईएम अहमदाबाद संचालक प्रो.एरॅल डिसूजा ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए हां कर दी है, लेकिन इस बीच राज्यपाल कार्यालय द्वारा दीक्षांत समारोह 18 या 19 जनवरी को आयोजित करने पर निर्णय लेने में देर की गई। ऐसे में डिसूजा ने भी व्यस्तता का कारण बताते हुए दीक्षांत समारोह में आने से इनकार कर दिया। इस बीच यूनिवर्सिटी ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का न्यौता दिया, मगर उन्होंने भी इनकार कर दिया। 

ड्रेस कोड बदला
नागपुर यूनिवर्सिटी  ने दीक्षांत समारोह में ब्रिटिशकालीन कैप और गाउन को अलविदा कह कर जोधपुरी कोट अपनाया है। वीएनआईटी और संस्कृत यूनिवर्सिटी के बाद अब नागपुर यूनिवर्सिटी भी कैप और गाउन को अलविदा कहने वाले संस्थानों की कड़ी में शामिल हो गया है। अब तक जारी परंपरा के अनुसार दीक्षांत समारोह में विवि कुलगुरु, प्रकुलगुुरु, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक और वित्त व लेखा अधिकारी समेत सभी प्राधिकरण के सदस्य कैप और गाऊन धारण करते थे। पीएचडी डिग्री पाने वाले विद्यार्थी सफेल फॉर्मल कपड़ों पर दुपट्टा धारण करते थे, लेकिन अब आगामी दीक्षांत समारोह में कैप और गाउन की जगह पारंपारिक जोधपुरी कोट इस्तेमाल किया जाएगा।

मेडल हुए कम
इस बार के दीक्षांत समारोह में करीब 150 मेडल कम हो गए हैं। परंपरागत चले आ रहे मेडल्स में से महज 189 मेडल इस बार भी जारी रहेंगे। वहीं इस दीक्षांत समारोह में 1 गोल्ड और 1 सिल्वर नए मेडल के रूप में जुड़ने जा रहे हैं। दरअसल, यूनिवर्सिटी में परंपरा अनुसार किसी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति की स्मृति में उसके परिवार, मित्रों या किसी संस्था द्वारा गोल्ड, सिल्वर मेडल या अन्य पुरस्कार दिया जाता है।

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