पुलिस तथा आयकर विभाग के बीच उलझा जबलपुर के हवाला कारोबारी पंजू का मामला, राशि सीज कर महेश को भी छोड़ दिया

मध्य प्रदेश पुलिस तथा आयकर विभाग के बीच उलझा जबलपुर के हवाला कारोबारी पंजू का मामला, राशि सीज कर महेश को भी छोड़ दिया

Anupam Tiwari
Update: 2022-10-14 16:59 GMT

डिजिटल डेस्क, नरसिंहपुर। स्टेशनगंज थाना पुलिस ने बीती 11 अक्टूबर की मध्यरात्रि जिस महेश चौधरी (घमापुर-जबलपुर) से 50 लाख रुपए की राशि जब्त की थी, उसे दो दिन बाद बिना किसी पड़ताल के पुलिस ने छोड़ दिया है। पुलिस का कहना है कि राशि सीज कर ली गई है। अब जो और जिस एंगल से पड़ताल करना है वह आयकर विभाग करेगा।

सूत्रों के अनुसार ये भारी-भरकम रकम जबलपुर के पंजू गोस्वामी उर्फ कमलेश शाह की है। वह पुराना हवाला कारोबारी है। ऑनलाइन सट्टे समेत कई गोरखधंधों में भी उसका नाम पहले आ चुका है। ऐसे में नरसिंहपुर मेें जब्त रकम सट्टे पर लगाए गए बड़े दांव से जुड़ी होने की आशंका भी सूत्र जताते हैं।

महेश को 50 लाख की रकम के साथ गिरफ्तार करने वाले स्टेशनगंज टीआई कमलेश चौरिया कहते हैं कि जब्त रकम आनलाइन सट्टे की है या फिर किसी और की, इसकी जांच आयकर विभाग करेगा। महेश को छोड़ दिए जाने का ठीकरा आयकर विभाग के सिर फोड़ते हुए एसपी विपुल श्रीवास्तव ने कहा ‘ हमने युवक को गिरफ्तार नहीं किया था। आईटीडी की टीम नहीं आई इसलिए उसे जाने दिया। जब्त राशि को जरूर सीज कर ली गई है। आगे की जांच भी आयकर विभाग को ही करनी है। उधर आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि आईटीडी का काम ये पता करना है कि जब्त रकम कितनी वैधानिक है। क्या यह कालेधन का हिस्सा तो नहीं। आपराधिक शंकाओं का समाधान करने का जिम्मा पुलिस का है। बताया जाता है कि मामले की जांच के लिए आईटीडी की टीम का गठन किया जा चुका है। संभवत: टीम के एक-दो दिन में नरसिंहपुर पहुंच जाएगी। 

आनलाइन सट्टे का अंदेशा 

सूत्रों के अनुसार जबलपुर निवासी पंजू  पुराना हवाला कारोबारी है। पूर्व में इससे संबंधित कई प्रकरण सामने आ चुके हैं। मानव तस्करी (कैरियर), सट्टा आदि में संलिप्तता के आरोप भी उस पर लग चुके हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि महेश चौधरी नाम का शख्स रकम लेकर नरसिंहपुर में ही किसी सटोरिए या उसके एजेंट से लेने या देने आया था, लेकिन ऐनवक्त पर किसी ने पुलिस को मुखबिरी कर दी और वह पकड़ा गया। पिछले साल भी स्टेशनगंज क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर सट्टा संचालित होने और इसके संचालन में कथित लेनदेन को लेकर एसपी ने जांच कराई थी। प्रकरण में मोबाइल काल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) तक तत्कालीन टीआई अमित विलास दाणी ने निकलवाई थी। हालांकि इसमें कौन-कौन संलिप्त था, इसका खुलासा अब तक नहीं किया गया। इसी साल झिरना क्षेत्र में भी आनलाइन सट्टे का कारोबार पुलिस ने पकड़ा था। 

पुलिस के अनुसार महेश से जब्त रकम पंजू की थी, जिसे वह मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर ले जा रहा था। इससे आगे पुलिस ने जांच नहीं की। ये रकम महेश कब जबलपुर से लेकर चला था ? वह किस ट्रेन या बस से और कब आया था? उसके पास ट्रेन-बस की, कहां से कहां तक की टिकट थी। ये सभी सवाल अनुत्तरित हैं। पुलिस ने भी अपनी इस जिम्मेदारी को नहीं निभाया। आयकर को मामला सौंपने के बाद रकम लेकर पहुंचे युवक को जाने दिया।

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