खराब सड़क मरम्मत पर ठेकेदार ने खींचे हाथ, गड्ढों के कारण दो साल से परेशान हो रहे वाहन चालक, जिम्मेदार बने बेपरवाह

मध्य प्रदेश खराब सड़क मरम्मत पर ठेकेदार ने खींचे हाथ, गड्ढों के कारण दो साल से परेशान हो रहे वाहन चालक, जिम्मेदार बने बेपरवाह

Anchal Shridhar
Update: 2022-11-27 12:57 GMT
खराब सड़क मरम्मत पर ठेकेदार ने खींचे हाथ, गड्ढों के कारण दो साल से परेशान हो रहे वाहन चालक, जिम्मेदार बने बेपरवाह

डिजिटल डेस्क, शहडोल। संभागीय मुख्यालय प्रवेश प्वाइंट गोरतरा पेट्रोल पंप के समीप दो साल से ज्यादा समय से खराब सड़क पर गड्ढों के बीच वाहन चालक प्रतिदिन हिचकोले खाने विवश हैं। इस बीच सड़क मरम्मत के लिए जनप्रतिनिधियों ने कई बार अधिकारियों से मांग रखी। कमिश्नर ने 6 माह में 4 बार सख्त निर्देश दिए। इसके बाद भी अब तक सड़क मरम्मत  का काम शुरु नहीं हो सका।

मध्यप्रदेश रोड डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन (एमपीआरडीसी) के अधिकारी कहते हैं कि ठेकेदार ने पैसे नहीं होने की बात कहकर सड़क मरम्मत करवाने मेें हाथ पीछे खींच लिए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 पर शहडोल से उमरिया के बीच 73 किलोमीटर सड़क निर्माण का ठेका तिरुपति बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड (टीबीसीएल) बुढ़ार ने लिया है। ठेका कंपनी समय पर सड़क बनाती तो शहर में बुढ़ार तिराहे से गोरतरा पेट्रोल पंप, बसस्टैंड, रीवा तिराहा होते हुए कलेक्ट्रेट से आकाशवाणी होकर नई हाइवे तक की पुरानी सड़क पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर हो जाती। फिर पीडब्ल्यूडी इस सड़क को नए सिरे से बनाती और नागरिकों की आवागमन में तकलीफ कम होती। अब हाइवे के निर्माण में लेटलतीफी के कारण पुरानी सड़क के हैंडओवर में अड़चनें आ रही है। जिसका खामियाजा आवागमन में प्रतिदिन हजारों नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।

तीन एक्सटेंशन में नहीं बनी,अब चौथी की तैयारी

एनएच-43 मेें शहडोल से उमरिया के बीच 73 किलोमीटर सड़क निर्माण को 2015 में मंजूरी मिलने के बाद एमपीआरडीसी ने जीवीआर कंपनी को ठेका दिया और 2020 में काम पूरा करने की शर्त रखी। ठेकेदार ने समय पर काम नहीं किया और प्रारंभिक गति धीमी रही तब एमपीआरडीसी ने टीबीसीएल को ठेका दिया। दोनों कंपनियों को अलग-अलग समय में तीन बार एक्सटेंशन दिया गया। यह अवधि भी दिसंबर 2021 में समाप्त हो गई। अब ठेका कंपनी टीबीसीएल को चौथी बार जून 2023 तक एक्सटेंशन दिए जाने की तैयारी चल रही है।

बनने हैं 4 रेलवे ओवरब्रिज

एनएच-43 नई सड़क निर्माण में शहडोल से उमरिया के 4 स्थानों पर रेलवे के ओवरब्रिज बनने हैं। इसके अलावा 60-60 मीटर के दो बड़े पुल का निर्माण होना है। वृहद निर्माण में कई में काम शुरु भी नहीं हुआ है। जानकार बताते हैं कि सड़क निर्माण पर लेटलतीफी के मामले में एमपीआरडीसी विभाग के अधिकारियों का ढुलमुल रवैये से वाहन चालकों की परेशानी बढ़ रही है। एनएच-43 पर उमरिया से कटनी और शहडोल से अनूपपुर के बीच सड़क का काम पहले ही पूरा हो चुका है।
खराब सड़क से ऐसी परेशानी

सुबह ऑफिस व दुकान के साथ ही दूसरे काम पर जाने के लिए घर से तैयार होकर निकलते हैं और रास्ते में धूल से नहा लेते हंै। इस सड़क पर सबसे ज्यादा परेशानी दोपहिया वाहन चालक और साइकल व पैदल चलने वालों को होती है। खराब सड़क के कारण बसस्टैंड, गोरतरा पेट्रोल पंप व दूसरे स्थानों पर लोग जानलेवा सड़क हादसे की चपेट में आ चुके हैं। हादसे के बाद विरोध होने पर गड्ढों पर काम चलाउ पेंच रिपेयरिंग कर जिम्मेदार अपनी जवाबदेही पूरी कर लेते हैं। इस तरह की कार्यप्रणाली पर लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

गोरतरा पेट्रोल पंप के समीप सड़क मरम्मत के लिए ठेकेदार टीबीसीएल को कहा गया तो आर्थिक तंगी के कारण काम नहीं करने की बात कही गई। नई सड़क निर्माण में एक्सटेंशन की तैयारी चल रही है।
आशीष पटेल जीएम एमपीआरडीसी शहडोल

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