‘छठ’ पर कोरोना का साया, सादगी से मनाने की तैयारी

‘छठ’ पर कोरोना का साया, सादगी से मनाने की तैयारी

Anita Peddulwar
Update: 2020-11-09 10:16 GMT
‘छठ’ पर कोरोना का साया, सादगी से मनाने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  उत्तर भारतीयों का सबसे बड़ा त्योहार माने जाने वाले ‘छठ’ पर्व पर भी कोरोना का साया मंडरा रहा है। सर्दियों में कोरोना संक्रमण के बढ़ने की आशंका को देखते हुए किसी भी सार्वजनिक, सामाजिक व धार्मिक आयोजनों को अनुमति नहीं मिली है। राज्य सरकार से अब तक इसे लेकर किसी तरह के दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं, जिससे मनपा प्रशासन भी असमंजस की स्थिति में है और इस आयोजन से जुड़ी संस्थाएं भी मझधार में हैं। उत्तर भारतीय सभा ने आयोजन के लिए मनपा कार्यालय, अंबाझरी पुलिस, यातायात विभाग में आवेदन किया है, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है। वजह, सरकार से कोई निर्देश नहीं मिलना बताया जा रहा है। ऐसे में छठ पूजा भी इस बार सादगी से मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। उत्तर भारतीय अपने घर या छतों पर छठ पूजा कर सकेंगे, लेकिन सार्वजनिक रूप से एकत्रित नहीं हो सकेंगे। हालांकि अगले एक-दो दिन में प्रशासन से इस बारे में आधिकारिक घोषणा हो सकती है।

सरकार के दिशा-निर्देश का इंतजार : गौरतलब है कि हर वर्ष दिवाली के बाद शहर के अंबाझरी, फुटाला, बारादरी तालाब सहित अनेक स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन होता है। शहर में बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय नागरिक होने से इनके लिए सारी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी मनपा उठाती है। उत्तर भारतीय सभा सहित अनेक संस्थाएं भी इसमें सहयोग की भूमिका निभाती हैं। साल दर साल इस आयोजन की भव्यता देखी जा सकती है। फिलहाल कोरोना का संकट होने से किसी भी सार्वजनिक आयोजनों को अनुमति नहीं मिल रही है। दिवाली बाद और खासकर सर्दियों में इस संकट के और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल उत्तर भारतीय संस्थाएं सरकार के दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रही हैं। 

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