मीडिया एजुकेशन में भी मानक तय होना जरूरी: केजी सुरेश

मीडिया एजुकेशन में भी मानक तय होना जरूरी: केजी सुरेश

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-23 08:41 GMT
मीडिया एजुकेशन में भी मानक तय होना जरूरी: केजी सुरेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शिक्षा के अन्य क्षेत्रों की तरह मीडिया एजुकेशन में भी मानकीकरण की जरूरत है। इस ओर कदम बढ़ाने के लिए आईआईएमसी में राष्ट्रीय मीडिया संकाय संवर्धन केंद्र शुरू किया गया है। देश में अकादमी के रूप में पत्रकारिता अब भी स्थापित होने के क्रम में है। अधिकतर विश्वविद्यालयों में अंग्रेजी या हिंदी विभाग में पत्रकारिता का पाठ्यक्रम चलाया जाता है। जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के निदेशक केजी सुरेश ने दैनिक भास्कर के सहयोगियो से चर्चा के दौरान यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि जल्द ही जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने वाला है। आईआईएमसी की भूमिका मीडिया एजुकेशन तक सीमित नहीं है, बल्कि थिंक टैंकर के रूप में है। 

मुंबई में बनेगा एडवांस मीडिया सेंटर
केजी सुरेश ने बताया कि आईएमसीसी के प्रावधान में मुंबई के गोरेगांव स्थित फिल्म सिटी में एशिया का पहला नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग एंड कॉमिक्स (एनसीओई एवीजीसी) केंद्र शुरू होने वाला है। 160 करोड़ की यह परियोजना पीपीपी मॉडल पर काम करेगी। केंद्र में हर वर्ष 1200 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि पहला सत्र वर्ष 2020-21 से शुरू हो जाएगा। इस मौके पर उन्होंने हिन्दी,अंग्रेजी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं पर भी पाठ्यक्रम चलाने की जानकारी दी।

विजय सातोकर अमरावती शाखा के क्षेत्रीय निदेशक
केजी सुरेश ने बताया कि मीडिया से जुड़े लोगों को आईएमसीसी से जोड़ने की पहल के तहत वरिष्ठ पत्रकार विजय सातोकर को आईएमसीसी, अमरावती शाखा का क्षेत्रीय निदेशक नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि अमरावती शाखा में वर्तमान में 15 सीट को बढ़ाकर 25 करने और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए 10 फीसदी आरक्षण संबंधी प्रस्ताव भी है। अमरावती शाखा में प्रवेश परीक्षा के लिए नागपुर, औरंगाबाद, पुणे व मुंबई में केंद्र उपलब्ध होंगे। महाराष्ट्र में आईएमसीसी का स्थायी कैंपस वडनेरा में बनेगा। इसके लिए 16 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी गई है।

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