250 रुपए में किसान ने तैयार किया यंत्र, आवाज सुनकर ही भाग जाते हैं वन्यजीव

250 रुपए में किसान ने तैयार किया यंत्र, आवाज सुनकर ही भाग जाते हैं वन्यजीव

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-29 10:00 GMT
250 रुपए में किसान ने तैयार किया यंत्र, आवाज सुनकर ही भाग जाते हैं वन्यजीव

डिजिटल डेस्क,  वरोरा (चंद्रपुर)। पहले से विविध प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहे किसान अब वन्यजीवों से परेशान हैं। प्राकृतिक आपदा तथा वन्यजीवों से निपट नहीं सकने तथा उन्हें खेतों में जाने से रोक नहीं पाने से उनकी फसलों का भारी नुकसान हो रहा है। इस समस्या से निपटने का विकल्प वरोरा तहसील के चिनोरा ग्राम पंचायत अंतर्गत हुड़की के एक किसान ने ढूंढ लिया है। किसान पांडुरंग डोंगरकर ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है, जिससे खेतों में लगी फसलों को वन्यजीवों से बचाया जा सकता है।

किसानों के लिए लाभप्रद उपकरण उन्होंने केवल 250 रुपए में तैयार किया। इस बारे में किसान पांडुरंग डोंगरकर ने बताया कि वह पिछले कई वर्षों से पारंपरिक खेती कर रहे हैं। ऐसे में कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी वन्यजीवों द्वारा फसलों को नुकसान होने से वे संकट में फंस रहे थे। उनकी आर्थिक स्थिति दुर्बल होने लगी था। खड़ी फसलों को बर्बाद करनेवाले वन्यजीवों को मारने की अनुमति नहीं है। यदि किसी ने वन्यजीव को नुकसान पहुंचा या फिर मार गिराया तो वन विभाग द्वारा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए इंटरनेट पर कई उपाय ढूंढे, जो काफी महंगे थे। इंटरनेट पर मिले ज्ञान से कम लागत में उपकरण तैयार किया। इस पर केवल 250  रुपए खर्च हुए। उपकरण खेत में लगाने के बाद अब यहां वन्यजीव नहीं आते। इससे फसलों की सुरक्षा भी हो रही है। 

ऐसे करता है यह यंत्र काम
किसान पांडुरंग डोंगरकर बताया कि हवा के जोर पर उपकरण जोर-जोर से बजने लगता है। इसकी आवाज से वन्यजीव भाग जाते हैं। इसे बनाने में कूलर का पंखा, साइकिल का स्प्रिंग, हब और एक प्लेट का उपयोग किया गया है। इसे बनाने में सिर्फ 250  रुपए खर्च हुए हैं। पहली बार जब यह उपकरण खेत में लगाया तो इसकी आवाज काफी दूर अन्य किसानों ने सुनी थी। इसकी तेज आवाज सुनकर वन्यजीव खेत में प्रवेश नहीं करते। जिससे फसलें सुरक्षित रहती हैं। खुशी इस बात की है कि इसका इस्तेमाल अन्य किसान भी कर रहे हैं।

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