किसानों के लिए सही कीमत की फिक्र, दलहन के आयात पर रोक
किसानों के लिए सही कीमत की फिक्र, दलहन के आयात पर रोक
डिजिटल डेस्क,भोपाल। किसानों की फसल को सही मूल्य दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने देश के बाहर से आने वाले 3 लाख टन के दलहन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इससे दलहन उत्पादक किसानों को फसल का उचित दाम मिलने के आसार हैं। 5 अगस्त को तुअर दाल के आयात पर प्रतिबंध लगाने के बाद सोमवार को केंद्र सरकार ने मूंग और उड़द दाल के लिए किसानों के हित में कड़ा रुख अपनाया है।
आल इंडिया दाल मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले 6 महीने से संस्था के पदाधिकारी केंद्र सरकार से मांग कर रहे थे कि इस बार देश में दलहनों का उत्पादन अधिक हुआ है। उसके बाद भी देश के बाहर से तुअर, अरहर, मूंग तथा उड़द का आयात कराया जा रहा है। देश के बाहर से बड़ी मात्रा में दलहनों के आयात होने से देश के किसानों को उनकी फसल का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। संस्था के प्रयासों के बाद सरकार ने तुअर सहित अन्य दलहनों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिससे किसानों को फसल के उचित दाम मिलने की उम्मीद जागी है।
देश में 220 लाख टन उत्पादन
साल 2016-17 में सभी प्रकार के दलहनों एवं दालों का उत्पादन 201-220 लाख टन के लगभग हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा तुअर, मूंग और उड़द है। प्याज के बाद दलहनों का उत्पादन करने वाले किसानों को निर्धारित समर्थन मूल्य पाने सड़कों पर उतरना पड़ा था।
इन देशों से हो रहा था आयात
आस्ट्रेलिया, म्यांमार, रशिया, चीन, साऊथ अफ्रीका, तन्जानिया, कजाकिस्तान सहित अन्य देशों में इस साल दलहनों का उत्पादन भारी मात्रा में हुआ है। सरकार एवं निजी एजेंसिया इन देशों से दलहन का आयात कर रही थीं। जिससे किसानों को निर्धारित समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा था।