धार्मिक उत्सवों में बढ़ेगा संघ का प्रचार युवाओं को जोड़ने की बनाई रणनीति

नागपुर धार्मिक उत्सवों में बढ़ेगा संघ का प्रचार युवाओं को जोड़ने की बनाई रणनीति

Anita Peddulwar
Update: 2022-06-30 08:56 GMT
धार्मिक उत्सवों में बढ़ेगा संघ का प्रचार युवाओं को जोड़ने की बनाई रणनीति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश के सभी मंडलों तक शाखा विस्तार का संकल्प पूरा करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ धार्मिक उत्सवों का लाभ लेगा। विशेषकर युवाओं को संगठन से जोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर ध्वज पूजा के साथ ही संघ युवाओं को सेवाभावी कार्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा। 

स्वावलंबन भारत अभियान का दायित्व स्वदेशी जागरण मंच को  : संघ स्वरोजगार पर जोर दे रहा है। नागपुर में हुई संघ की प्रतिनिधि सभा में इस संबंध में निर्णय लिया गया था। सरकारी नौकरियों पर निर्भरता घटाने को कहा गया। स्वावलंबन भारत अभियान का मुख्य दायित्व स्वदेशी जागरण मंच को दी गई है। भारतीय मजदूर संघ, भारतीय किसान संघ, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती, ग्राहक पंचायत और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सहायता ली जा रही है। महिला स्वयं सहायता समूह, किसान संगठन के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा रहा है।

 छोटे समूहों, व्यापारियों को कर्ज दिलाने में सहायता के अलावा गांवों में कृषि अाधारित व्यवसाय को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता स्कूल- कालेज में विद्यार्थियों से संवाद साधकर उद्मशीलता को प्रोत्साहन दे रहे हैं। संघ पदाधिकारी के अनुसार, उनका संगठन मुख्यत: 6 उत्सव मनाता है। इसमें गुरुपूर्णिमा का महत्वपूर्ण स्थान है। गुुरुपूर्णिमा के दिन बड़े स्तर पर संघ शाखाओं व मंडलों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस उत्सव के बाद विविध त्योहारों की शुरुआत होगी। गणेश उत्सव, दुर्गा उत्सव, दीपावली के अलावा अन्य तीज त्योहारों के मौके पर भी युवाओं को प्रेरित करनेवालें कार्यक्रमों के आयोजन किए जाएंगे। 

2025 में संघ के गठन के 100 साल  
इन दिनों रोजगार का विषय विशेष चर्चा में है। संघ ने स्वावलंबन भारत अभियान आरंभ किया है। रोजगार के विषय पर चर्चा के साथ ही इस अभियान को भी गति दी जाएगी। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, संघ अपने गठन का शताब्दी वर्ष उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है। 2025 में संघ के गठन के 100 साल पूरे होंगे। इससे पहले लोकसभा के चुनाव होंगे। देश की राजनीतिक दिशा के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले इस चुनाव के लिहाज से भी संघ के कार्यकर्ता संवाद साधेंगे। देश में संघ की 60 हजार शाखाएं चल रही हैं। 59 हजार मंडलों तक संगठन का विस्तार हुआ है। मंडल स्तर पर देखें तो 41 प्रतिशत मंडलाें में संघ की शाखाएं चल रही हैं। 19 प्रतिशत मंडलों में संपर्क किया जा रहा है। प्रत्येक मंडल में 10 से 12 कार्यकर्ता को सेवा कार्य की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।


 

Tags:    

Similar News