नो- गैजेट- डे है खास, वाट्सएप फेसबुक छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देने निकाली तरकीब
नो- गैजेट- डे है खास, वाट्सएप फेसबुक छोड़ पढ़ाई पर ध्यान देने निकाली तरकीब
डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश में शिक्षा और वाचन क्षमता के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य सरकार ने अनोखी तरकीब निकाली है। विद्यार्थी वर्ग व वयस्कों से महीने में एक दिन वाट्सएप और फेसबुक जैसी सोशल साइट्स और अन्य गैजेट्स से दूर रहकर एक दिन वाचन को सर्मपित करने का आह्वान किया है। सरकार ने इसे संकल्प-नो गैजेट-डे उपक्रम नाम दिया है। इसी तरह सरकार ने विद्यार्थी वर्ग को यह समझाने का जिम्मा उठाया है कि अगर वे अपने दोस्तों-परिजनों के जन्मदिन के मौके पर महंगे गिफ्ट की जगह किताबें भेंट करें, तो बेहतर होगा। वहीं बड़ों के नाम भी सरकार ने संदेश दिया है कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में दिए जाने वाले पुष्पगुच्छ की जगह, अगर अतिथियों और सत्कार मूर्तियों को किताबें भेंट में दी जाएंं, तो शिक्षा का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार होगा। सरकार ने राज्य शालेय शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और उच्च व तंत्र शिक्षा विभाग समेत अन्य सभी संबंधित विभागों को यह निर्देश जारी किए हैं।
भारतीय संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम करें
दरअसल प्रदेश में 15 अक्टूबर को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर ‘वाचन प्रेरणा दिवस’ मनाया जाता है, जिसमें विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसी उपलक्ष्य में विविध उपक्रम चलाए जाते हैं। हाल ही में इस दिशा में हुई बैठक के बाद सरकार ने जन्मदिन के मौके पर किताबें भेंट करने का उपक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में जारी जीआर में सरकार ने वाचन प्रेरणा दिवस से जुड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिसमें सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि 15 अक्टूबर को स्कूल कॉलेजों में वाचन या फिर भारतीय संस्कृति से जुड़े विषयों पर व्याख्यान, चर्चासत्र, परिसंवाद या कार्यशालाएं आयोजित की जाएं। इसी तरह महान व्यक्तियों के चरित्र और मौलिक विचारों का वाचन किया जाए। वहीं जरूरतमंद विद्यार्थियों को किताबें और शैक्षणिक साहित्य भेंट करके भी यह दिवस मनाया जा सकता है। खैर राज्य सरकार ने तो सभी सरकारी विभागों को इस मुहिम में जुट जाने के निर्देश दिए हैं, मगर इसकी सफलता में विद्यार्थियों और आम जनता को अपना सहयोग देना होगा।