बाबा ताजुद्दीन की दरगाह में देश भर के जायरीन हुए एकत्रित, 10 अक्टूबर तक चलेगा उर्स

बाबा ताजुद्दीन की दरगाह में देश भर के जायरीन हुए एकत्रित, 10 अक्टूबर तक चलेगा उर्स

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-03 06:42 GMT
बाबा ताजुद्दीन की दरगाह में देश भर के जायरीन हुए एकत्रित, 10 अक्टूबर तक चलेगा उर्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सर्वधर्म समभाव के प्रतीक सूफी संत हजरत बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन औलिया रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स ताजाबाद शरीफ, उमरेड रोड में 3 से 10 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है। उर्स में देशभर के जायरीन बाबा हुजूर के दरबार में हाजिरी लगाने एकत्रित हुए हैं। उर्स का आगाज ‘परचम कुशाई’ की रस्म के साथ सुबह 9 बजे सज्जादानशीन हजरत सैयद यूसुफ इकबाल ताजी के मार्गदर्शन में श्रीमंत पंचम राजे रघुजीराव भोसले के हाथों किया गया। अध्यक्षता जामेया अरबिया इस्लामिया के प्रमुख व इस्लामिक विद्धान अमीरे शरीअत मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल कदीर खान ने की।  उद्घाटन समारोह में शाही मस्जिद के इमाम मौलाना अल्हाज बायजीद खान साहब तिलावते कलाम पाक पेश की।

विशेष अतिथि शहजाद-गाजी-ए- मिल्लत अल्लामा मौलाना सैयद मो. सुब्हानी- किबला अशरफी जिलानी, किछौछा शरीफ व हजरत अल्लामा मौलाना अहमद शाह अब्दाली साहब- खतीब व इमाम मोहम्मदिया, मानकापुर उपस्थित थे। बाबा ताजुद्दीन की छब्बीसवीं के दिन 7 अक्टूबर को सुबह 10 बजे हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के कार्यालय से दरबारी शाही संदल निकलेगा। 8 अक्टूबर को सुबह 9 बजे छोटा कुलशरीफ की फातेहा होगी। रात 10 बजे आॅल इंडिया नातिया मुशायरा होगा। उर्स में श्रद्धालुओं से उपस्थिति की अपील ट्रस्ट के न्यायालयीन प्रशासक गुणवंत कुबड़े, कार्यकारी सदस्य अश्विन बेथारिया, अमानुल्ला खान, केयर टेकर शहजादा खान ने की है।

वाकी से गुरुवार को निकलेगा संदल
हजरत बाबा ताजुद्दीन के सालाना उर्स निमित्त श्री बाबा ताजुद्दीन दरगाह वाकी से 4 अक्टूबर को सुबह 10 संदल निकाला जाएगा। बाबा ताजुद्दीन ने अपने जीवन के 12 वर्ष (सन 1908 से 1920) वाकी में बिताए थे। संदल दोपहर 12 बजे छोटा ताजबाग पहुंचेगा कव्वाली और महाप्रसाद का आयोजन किया जाएगा। 2 बजे बाबा के दरबार में श्रीमंत राजे रघुजी भोसले (पंचम), राजे मुधोजी भोसले, राजे जयसिंह भोसले की उपस्थिति में चादर चढ़ाई जाएगी। प्रभाकर भोसले की उपस्थिति में संत राजू बाबा दरबार में चादर चढ़ाने के बाद संदल सक्करदरा चौक, भांडे प्लॉट चौक होते हुए शाम 6 बजे ताजाबाद शरीफ पहुंचेगा। बाबा की समाधि पर चादर, फूल और इत्र चढ़ाया जाएगा। ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रभाकरराव डाहाके, सचिव ज्ञानेश्वरराव डाहाके, ट्रस्टी मधुकरराव टेकाड़े, गजानन निखाड़े तथा बाबूलाल ताजने से श्रद्धालुओं से अधिकाधिक संख्या में संदल में शामिल होने की अपील की है।

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