शार्प शूटर्स की टीम पहुंचने के पहले ही जाल तोड़कर भाग निकला बाघ
गड़चिरोली शार्प शूटर्स की टीम पहुंचने के पहले ही जाल तोड़कर भाग निकला बाघ
डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। तहसील के मालेवाड़ा समीपस्थ कातलवाड़ा जंगल परिसर में वन्यजीवों के शिकार के लिए लगाए गए एक फंदे में अचानक बाघ फंस जाने की घटना उजागर हुई थी। घटना के बाद हरकत में आए वनविभाग की टीम ने बाघ को फंदे से छुड़ाने के लिए नागझिरा की शार्प शूटर्स की टीम को बुलाया लेकिन मंगलवार की रात को ही बाघ ने फंदा तोड़कर अपनी रिहायी की, जिसके चलते वनविभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। जानकारी के अनुसार, शीतकाल के आरंभ होते ही ग्रामीण क्षेत्र में शिकारियों द्वारा वन्यजीवों का शिकार करने के लिए अनेक तरह के फंदे लगाए जाते हंै। कातलवाड़ा जंगल परिसर में लगाए गए इसी प्रकार के एक फंदे में बाघ फंस गया। घटना की जानकारी मिलते ही गड़चिरोली वनविभाग के मुख्य वनसंरक्षक डा. किशाेर मानकर ने बाघ को बेहोश कर फंदे से छुड़ाने का निर्णय लिया। इस कार्य के लिए मंगलवार की शाम को ही नागझिरा की शार्प शुटर्स की एक टीम को कुरखेड़ा बुलाया गया। रात के दौरान बाघ को बेहोश करने की योजना बनाई गई। वनविभाग की टीम जब घटनास्थल पर पहुंची तो फंदा टूटा मिला। बाघ ने खुद फंदा तोड़ा और अपनी रिहायी की। बता दें कि, फंदे में फंस जाने से बाघ घायल भी हो सकता है। इस कारण वनविभाग ने क्षेत्र के ग्रामीणों से सतर्कता बरतने की अपील की है।