जब टूरिस्टों के वाहन के पीछे दौड़ा बाघ,  प्रबंधन ने कहा - नहीं सुधरे तो बंद कर देंगे पर्यटन

जब टूरिस्टों के वाहन के पीछे दौड़ा बाघ,  प्रबंधन ने कहा - नहीं सुधरे तो बंद कर देंगे पर्यटन

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-13 08:39 GMT
जब टूरिस्टों के वाहन के पीछे दौड़ा बाघ,  प्रबंधन ने कहा - नहीं सुधरे तो बंद कर देंगे पर्यटन

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघों का घर कहे जानेवाले ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के बफर जोन में टूरिस्टों के वाहन के पीछे बाघ दौडऩे और कोर क्षेत्र में बाघ के कुनबे का रास्ता रोकने का वीडियो वायरल होने से ताड़ोबा में नियमों की धज्जियां ही उड़ा दीं। इससे ताड़ोबा प्रबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं।  ताड़ोबा प्रबंधन ने  इस विषय को गंभीरता से लेते हुए जिप्सी चालक और गाइडों की बैठक ली। इसमें उचित-दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने भविष्य में ऐसा होने पर पर्यटन ही बंद कर देने की चेतावनी दी है।

जानकारी के अनुसार ताड़ोबा के बफर क्षेत्र के आगरझरी में पर्यटक जिप्सी के पीछे बाघ ने दौड़ लगाई। कुछ दूरी तक जिप्सी के पीछे बाघ दौडऩे से पर्यटक दहशत में आ गए। ताड़ोबा का यह वीडियो दो दिन पूर्व वायरल हुआ था।  वीडियो में जिप्सी के पीछे दौड़ रहे बाघ के बारे में जिप्सी में पीछे बैठी एक महिला  मराठी भाषा में अन्य लोगों को सतर्क रहने को कह रही थी। जिप्सी के रफ्तार पकडऩे से बाघ रुक गया। यह 18 सेकंड का वीडियो है। यह पर्यटक नागपुर के बताए जाते हैं। दूसरी घटना में  ताड़ोबा के कोर क्षेत्र में माया बाघिन व उसके शावकों का पर्यटक जिप्सियों द्वारा रास्ता रोके जाने का वीडियो वायरल हुआ था। इससे एक बार फिर पर्यटकों की वजह से ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प के नियम टूटे। इस ओर ताड़ोबा प्रबंधन की अनदेखी नजर आ रही है।  उपरोक्त दोनों वीडियो सामने आने के बाद ताड़ोबा प्रबंधन हरकत में आया है। उसने  जिप्सी चालक और गाइड की संयुक्त बैठक लेकर उन्हें वन्यजीव और पर्यटक वाहन में काफी अंतर रखने और  जिप्सी वाहनों में भी अंतर रखने के निर्देश दिए, क्योंकि अगर कुछ हुआ तो जल्द वाहन मौके से निकाले जा सकते हैं। इसके अलावा सभी नियमों का पालन करने व पर्यटकों को भी नियम बताने के निर्देश भी  गए। अगर भविष्य में ऐसी घटना पुन: होती है तो पर्यटन ही बंद करने की चेतावनी दी गई है। 

खुली जिप्सियों पर प्रतिबंध लगाएं
ताड़ोबा में हुई दोनों घटनाएं गंभीर हैं। खुली जिप्सी में घूमने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। ताड़ोबा में चलनेवाली कई जिप्सियां काफी पुरानी हैं। उनकी ठीक से देखरेख भी नहीं होती है। अगर पर्यटन के वक्त जिप्सी बंद पड़ जाती तो अनहोनी हो सकती थी। ताड़ोबा में मानव-वन्यजीव संघर्ष न बढ़े तथा भविष्य में अनहोनी टालने के लिए खुली जिप्सियों पर प्रतिबंध लगाएं।
योगेश समरीत, सामाजिक कार्यकता

जिप्सी चालकों व गाइड्स  को दिए निर्देश 
दोनों घटनाएं रविवार को ताड़ोबा में हुईं। सोमवार को जिप्सी चालक व गाइड्स की बैठक लेकर वाहन-वन्यजीवों में अंतर रखने के साथ निर्देश दिए गए। फिर भी अगर इस तरह की घटना होती है, तो पर्यटन बंद कर दिया जाएगा। आगरझरी क्षेत्र में जिस मार्ग से बाघ दौड़ा था, वह मार्ग पर्यटन के लिए बंद कर दिया गया है। इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मामले की जांच चल रही है। 
 -एन.आर. प्रवीण, वनसंरक्षक, ताड़ोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्र्प


 

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