हजारों कि.मी. का सफर तय कर गोंदिया पहुंचे चीन के पंछी

बने आकर्षण का केन्द्र हजारों कि.मी. का सफर तय कर गोंदिया पहुंचे चीन के पंछी

Anita Peddulwar
Update: 2022-11-03 13:19 GMT
हजारों कि.मी. का सफर तय कर गोंदिया पहुंचे चीन के पंछी

महेंद्र गजभिये | कामठा (गोंदिया) । गोंदिया तहसील के परसवाड़ा व झिलमिली तालाब में भोजन करने विदेशी परिंदे बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। 29 अक्टूबर को चीन देश से ग्रे हेडेड लॉपविग नामक पक्षी करीब 60 से 70 की संख्या दिखाई दिए। चीन, यूरोप, इग्लैंड, लद्दाख आदि देशों से लगभग 4 हजार किलोमीटर की उड़ान भरकर गोंदिया के परसवाड़ा एवं झिलमिली तालाब में पहुंचते हैं। विदेशी परिंदे रंग-बिरंगे होने से दोनों तालाबों की सुंदरता अधिक बढ़ गई है। जिसे देखने दूर-दूर से पक्षी प्रेमी पहुंचकर संशोधन भी करने लग गए हंै। गोंदिया तहसील के परसवाडा, झिलमिली तालाब में प्रतिवर्ष हजारों कीसंख्या में अक्टूबर से जनवरी माह तक विदेशी पक्षी पहुंचते हैं। इन दोनों तालाबों की विशेषता यह है कि तालाबों में गाद, कचरकंद, बोडुंदा, सिंगाडा, चीला आदि वस्तु भरपुर मात्रा में उपलब्ध है और इस खाद्य को पक्षी बहुत ही पसंद करते हैं। वहीं वनविभाग द्वारा झिलमिली तालाब में लाखों रुपए खर्च कर पक्षियों के लिए वनस्पति एवं पक्षियों का खाद्यान्न लगाया गया है। इसलिए यह दोनों तालाब विदेशी पक्षियों के लिए अनुकूल है। अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में ही विदेशी पक्षियों का डेरा जमने लगता है।

विदेशी पक्षियों में साइबेरिया, पूर्व चीन, यूरोप, इंग्लैंड, बांग्लादेश, लद्दाख, पूर्व एशिया एवं अन्य देशों से यहां करीब 4 हजार किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय कर इन तालाबों में आते हैं। वहीं 29 अक्टूबर को चीन से 15 वर्षों के बाद में ग्रे हेडेड लॉपविग नामक प्रजाति के पक्षी पहुंचे हैं। इसी प्रकार यूरोप से ग्रेलेग गूज (सायबेरिया), ग्रीन पोचार्ड, कस्टड पोचार्ड जैसे विभिन्न प्रजाति के इंग्लैंड, बांग्लादेश,  पूर्व एशिया सहित अनेक देशों के पक्षीयों का समावेश है। रंग-बिरंगे विदेशी पक्षियों का जमावड़ा इन तालाबों पर होने  से तालाब की सुंदरता और भी बढ़ गई है। जिसे देखने पक्षी  प्रेमी परसवाडा, झिलमिली में सुबह 6 बजे पहुंचते हैं। सारस मित्र  राहुल भावे, रतिराम क्षिरसागर ने बताया कि 4 हजार किलोमीटर से अधिक की उड़ान भरकर उपरोक्त पक्षी सुरक्षित पहुंचे है। जिनकी सुरक्षा जैविक विविधता व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष रविंद्र नागपुरे, उपाध्यक्ष कन्हैया क्षीरसागर, सरपंच रेखाबाई जगदीश पारधी, उपसरपंच संतोषकुमार हनवते, विमुस अध्यक्ष मुन्नाभाऊ पारधी, जिगेश्वर लाड़े, पूर्व सरपंच डेलेंद्र हरिनखेड़े, पुलिस इंदिरा बाई पारधी, वनपाल दीपक कडू इनके माध्यम से की जा रही है। 

 

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