अमरावती जेल की दीवार फांदकर भागे तीन कैदी
जेल प्रशासन की उड़ी नींद अमरावती जेल की दीवार फांदकर भागे तीन कैदी
डिजिटल डेस्क, अमरावती। राज्य में सबसे सुरक्षित जेल में एक समझे जानेवाले अमरावती जिला मध्यवर्ती कारागृह से सोमवार की देर रात तीन कैदी दीवार फांदकर भाग गए। इस घटना से सनसनी मची हुई है। वहीं अमरावती मध्यवर्ती जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं। जेल से भागे हुए कैदी जिस गांव के निवासी है। वहां की पुलिस को प्रशासन ने तड़के 4 बजे ही अलर्ट कर दिया है। जेल से भागे हुए तीन कैदियों में दो कैदी जिले के वरुड तहसील अंतर्गत आनेवाले शेंदुरजना घाट के निवासी बताए गए हैं और एक कैदी रत्नागिरी जिले की चिपलुन तहसील के नायसी गांव का निवासी है।
मंगलवार को दिन भर इन कैदियों को पकड़ने पुलिस और जेल प्रशासन के प्रयास शुरू रहे। किंतु खबर लिखे जाने तक उनका कहीं पता नहीं चला।
जानकारी के अनुसार जेल से भागे हुए कैदियों में वरुड तहसील के शेंदुरजना घाट थाना क्षेत्र के तहत बालापेठ गांव का निवासी रोशन गंगाराम उईके (23)और इसी गांव का निवासी सुमित शिवरामजी धुर्वे (19) का समावेश है तथा तीसरा कैदी रत्नागिरी जिले के नायसी गांव का निवासी साहिल अजमत कालसेकर बताया गया है। साहिल कालसेकर को न्यायालय ने धारा 307 में उम्र कैद की सजा सुनाई है। वहीं रोशन और सुमित नाबालिग का अपहरण कर उस पर बलात्कार के एक मामले में न्यायिक हिरासत के तहत पिछले एक साल से अमरावती जेल में कैद है। इन तीनों को अमरावती मध्यवर्ती जेल के बैरक नं.12 में रखा गया था। वहां रात्रकालीन ड्यूटी पर तैनात जेल कर्मियों की आंखों में धूल झाेंककर तीनों जेल से भाग निकले।