सूअर का शिकार करते-करते गांव में घुसा बाघ, दहशत में ग्रामीण

सूअर का शिकार करते-करते गांव में घुसा बाघ, दहशत में ग्रामीण

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-09 08:19 GMT
सूअर का शिकार करते-करते गांव में घुसा बाघ, दहशत में ग्रामीण

डिजिटल डेस्क,उमरिया। जंगली सूअर का शिकार करते-करते बाघ गांव तक पहुंच गया। बाघ की दहाड़ से गांव गूंज उठा और लोग दहशत में आ गए। वन विभाग को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद रेस्क्यू के लिए बांधवगढ़ से बुलाई गई हाथियों की टीम करीब आठ बजे पहुंची। इसके पहले ही भीड़ के वहां से हटते ही बाघ स्वयं जंगल की तरफ मूव कर गया। मौके पर मौजूद दो हाथियों की टीम व स्थानीय स्टॉफ को बाघ की ट्रैकिंग पर लगाया गया है। एक दिन पहले घायल सुखदयाल बैगा के पेट में नाखून से चोट थी। वह भी सुरक्षित बताया जा रहा है।
पनपथा का है वयस्क नर बाघ-
मानपुर रेंज के नौगवां में किसानों के खेत में सुबह से बाघ को देखने मौजूद सड़कों लोग शाम को अंधेरा ढलने के बाद घर की तरफ लौट पाए। इलाका खाली होने पर बाघ झाडियों से निकला और पनपथा सेंचुरी की तरफ बढ़ गया। सुरक्षा के लिए दो हाथियों को उसके पीछे लगाया गया है। ताकि बाघ के मूवमेंट व सुरक्षा पर पैनी नजर रखी जा सके। ईधर दिनभर चले रेस्क्यू के बाद टाईगर की पहचान वयस्क बाघ तथा लोकेशन पनपथा के रूप में हुई है। अधिकारियों के मुताबिक समीप ही एक जंगली सूकर का बाघ ने शिकार किया था। उसी को खाने के लिए खेतों के नजदीक आ गया। दिन में ग्रामीणों का हुजूम एकत्रित होने के चलते वह झाडियों में छिपा रहा।
रात को बीटीआर लौटी रेस्क्यू टीम-
रात करीब आठ बजे बाघ के जंगल में जाते ही वन अमले ने राहत की सांस ली। इस बीच दिनभर बांधवगढ़ डायरेक्टर मृदुल पाठक के निर्देशन पर संयुक्त संचालक, सहायक संचालक बांधवगढ़, रेंजर मानपुर दिनेश जमरे सहित उनकी टीम इलाके में घेराबंदी बनाए रही। अधिकारियों के साथ ही टाईगर प्रोटेक्शन फोर्स के जवान मुस्तैद रहे।
जारी रहेगी ट्रैकिंग-
रेंजर दिनेश जमरे ने बताया नौगवां में इस तरह आवासीय क्षेत्र के आसपास वन्यजीव देखे जाने का पहला मामला है। यह बाघ संभवत: शिकार के चलते यहां भटका था। बाघ के शरीर में चोट सहित गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जाएगी। दो हाथियों की टीम लोकल स्टॉफ के साथ बाघ पर नजर रखते हुए ग्रामीणों की सुरक्षा पुख्ता करेगी।

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