डकैतों के ठिकाने पर पुलिस की दबिश, दस्यु प्रभावित क्षेत्रों में सघन जांच, ग्रामीणों को जोड़ा जा रहा अभियान में

डकैतों के ठिकाने पर पुलिस की दबिश, दस्यु प्रभावित क्षेत्रों में सघन जांच, ग्रामीणों को जोड़ा जा रहा अभियान में

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-23 08:47 GMT
डकैतों के ठिकाने पर पुलिस की दबिश, दस्यु प्रभावित क्षेत्रों में सघन जांच, ग्रामीणों को जोड़ा जा रहा अभियान में

डिजिटल डेस्क, सतना। विधानसभा चुनाव में किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पुलिस ने दस्यु प्रभावित क्षेत्र को आतंक से मुक्त करने का अभियान चला दिया है। पुलिस कप्तान ने तराई के जानकार पुलिस अधिकारियों के साथ एसएएफ और आईटीबीपी के जवानों को सघन सर्चिंग के निर्देश दिए हैं, जिसके तहत नयागांव थाना क्षेत्र के थरपहाड़, पड़मनिया कोठार, पड़मनिया जागीर, बटोही जंगल होते हुए कथरिया जंगल के चप्पे-चप्पे की सर्चिंग की। इस दौरान ग्रामीणों व चरवाहों को भरोसे में लेकर डकैतों की हलचल होने पर पुलिस की मदद करने के लिए तैयार किया। साथ ही बदमाशों के छिपने के अड्डों की टोह लेकर नक्शा भी बनाया। पुलिस का कहना है कि दस्यु प्रभावित क्षेत्रों में हर संदिग्ध पर नजर रखी जा रही है। जांच के दौरान डकैतों को पकडऩे का प्रयास किया जा रहा है, ताकि विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जा सके।

इनसे है खतरा
इस इलाके में  फिलहाल कोई गिरोह मौजूद नहीं है, लेकिन यूपी का दबाव बढऩे और अपनी धमक बरकरार रखने के लिए साढ़े 5 लाख का इनामी डकैत बबुली कोल  और सवा लाख का इनामी गैंग लीडर गौरी यादव अक्सर गिरोह के साथ यहां आते रहते हैं। तराई के जानकारों से खबर लगी है कि बबुली गिरोह में फूट पड़ चुकी है। अपनी क्रूरता के लिए कुख्यात गैंग लीडर के बर्ताव से नाराज होकर उसके राइट हंैड लवलेश ने विद्रोह कर दिया है। गंैग के नए सदस्यों को लेकर दशहरे की रात दोनों के बीच जमकर गोलीबारी हुई, तब से सरगना और उसके खास साथी ने अलग-अलग रास्ते पकड़ लिए हैं। हालांकि इन्हें फिर से साथ लाने की कोशिशें भी समाज के लोगों के द्वारा की जा रही है। इन दिनों तेजी से अपराध जगत में नाम कमा रही दस्यु सुन्दरी  साधना पटेल भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। जिसने एक के बाद एक कई वारदातों में एमपी और यूपी पुलिस के कान खड़े कर दिए हैं।

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