गीला और सूखा कचरा अलग-अलग होने पर ही उठाएगी मनपा

गीला और सूखा कचरा अलग-अलग होने पर ही उठाएगी मनपा

Anita Peddulwar
Update: 2018-12-06 05:14 GMT
गीला और सूखा कचरा अलग-अलग होने पर ही उठाएगी मनपा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  गीला और सूखा कचरा यदि अलग-अलग नहीं रहा तो कचरा गाड़ियां इसे नहीं उठाएंगी। जनता को स्वच्छता को लेकर जागरूक करने के लिए मनपा ने अब यह सख्ती शुरू की है।जिससे संतरानगरीवासियों को घर से निकलने वाले कचरे को गीला और सूखा के हिसाब से अलग-अलग कर जमा करना होगा अन्यथा महानगरपालिका द्वारा तय कनक रिर्सोस कंपनी की गाड़ियां कचरा नहीं उठाएंगी। इतना ही नहीं, 100 किलोग्राम या उससे अधिक गीला कचरा निकलता है, तो कचरे को वहीं परिसर डिकम्पोज (निपटारा) करना होगा। जबकि होटलों को अनिवार्य रूप से कचरे का निपटारा करना होगा।आमजन को जागरूक करने के लिए 16 दिसंबर तक का समय दिया गया है, इसके बाद गीला और सूखा कचरा अलग-अलग जमा करने पर ही उठाया जाएगा। वहीं गंदगी करने वालों पर सीधी कार्रवाई की जाएगी, इसमें चौराहों, स्टैंड, बस स्टैंड, पान-ठेला, सार्वजनिक शौचालय आदि स्थानों पर विशेष नजर रखी जाएगी।

जोन में तीन टीमें करेंगी काम
मनपा के सभी 10 जोन में तीन टीमें काम करेंगी। दो-दो सदस्य की यह टीमें होंगी। इसमें 4 सदस्य उपद्रव विरोधी दस्ते के होंगे, जबकि 2 सदस्य सेनेट्री विभाग के होंगे।

व्यावसायिक क्षेत्र में 50 फीट पर कचरा पेटी
स्वच्छ भारत अभियान के तहत अब शहर के व्यावसायिक क्षेत्र में 50 फीट पर गीला और सूखा कचरा पेटी लगाई जाएंगी। जबकि पूर्व में 500 फीट पर लगाने का प्रावधान था।

लोगों को जागरूक करना जरूरी
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील कामले ने बताया कि लोगों को गीला और सूखा कचरा अलग-अलग जमा करने के लिए जोन स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम किए जाएंगे। लोगों को 17 दिसंबर तक का समय दिया है उसके बाद गीला और सूखा कचरा अलग-अलग जमा करना होगा।

स्वच्छ भारत सर्वे ने चेताया
संतरानगरी में स्वच्छ भारत अभियान का सर्वे एक बार फिर फरवरी में किया जाएगा, इसके िलए दिसंबर से ही मनपा ने तैयारियां चालू कर दी हैं। पूर्व में सर्वे के पहले ही मनपा सक्रिय हो गया था, जिससे शहर में स्वच्छता दिखाई देने लगी थी, लेकिन सर्वे खत्म होने के बाद मनपा ने ध्यान देना बंद कर दिया। 
 

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