रेलवे ट्रैक पर फिर गिरा पेड़, ओएचई लाइन टूटने से ट्रेनों का आवागमन थमा

रेलवे ट्रैक पर फिर गिरा पेड़, ओएचई लाइन टूटने से ट्रेनों का आवागमन थमा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-01 08:14 GMT
रेलवे ट्रैक पर फिर गिरा पेड़, ओएचई लाइन टूटने से ट्रेनों का आवागमन थमा

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। आंधी व तेज हवा के कारण जबलपुर से पिपरिया रेलवे ट्रैक पर करकबेल और श्रीधाम के बीच रेलवे ट्रैक पर एक पेड़ ओएचई लाइन के खम्भे के साथ गिरने से रेल यातायात बाधित हो गया। करीब एक दर्जन ट्रेनों के अलावा 10 मालगाड़ियों को भी रास्ते में ही रोकना पड़ा। सोमवार दोपहर करीब 3 बजकर 10 मिनट पर गिरे पेड़ व ओएचई लाइन को ट्रैक से हटाने में करीब दो घंटे का वक्त लगा। इस दौरान यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे एक दिन पहले ही विक्रमपुर स्टेशन के पास पेड़ एवं ओएचई लाइन रेल ट्रैक पर गिरने से सवा चार घंटे तक रेल यातायात बाधित हो गया था। उस मार्ग पर दूसरे दिन भी सुधार कार्य जारी होने की जानकारी मिली है।

यह हादसा डाडन लाइन पर उस समय हुआ, जब जनता एक्सप्रेस वहां से गुजरने वाली थी। उसके पहले ही तेज हवा के बाद पेड़ उखड़ कर ओएचई लाइन पर गिरा और बिजली का खम्भा तार समेत रेल ट्रैक पर गिर गया। यह तो अच्छा हुआ कि इस हादसे की चपेट में आने से जनता एक्सप्रेस बाल-बाल बच गई। ट्रैक पर गिरे पेड़ एवं ओएचई लाइन को हटाने के लिए नरसिंहपुर एवं जबलपुर से टीमें भेजी गईं और करीब दो घंटे के बाद ही शाम करीब सवा 5 बजे रेल ट्रैक को फिर से ट्रेन यातायात के लायक बनाया गया।

एक दर्जन ट्रेनें प्रभावित
हादसे के चलते जनता एक्सप्रेस के अलावा लोकमान्य तिलक-बनारस एक्सप्रेस, इलाहाबाद-सतना पैसेंजर, एर्नाकुलम-पटना, लोकमान्य तिलक समर स्पेशल, महानगरी, लोकमान्य तिलक-पाटलीपुत्र, सुविधा एक्सप्रेस आदि ट्रेनें प्रभावित हुईं। इनके अलावा 10 मालगाड़ियों के भी चक्के जाम रहे। यात्रियों का कहना था कि ओएफई लाइन बिछाते समय आसपास के पेड़ों को नहीं काटा गया, जिसके कारण पेड़ ट्रैक पर गिर रहे हैं और उसके साथ विद्युत लाइन भी क्षतिग्रस्त हो रही है।

विजिलेंस टीम को देखकर रिजर्वेशन काउंटर से भागे दलाल
जबलपुर स्टेशन पर स्थित रिजर्वेशन कार्यालय में विजिलेंस की दबिश के कारण दलालों को दौड़ लगाना पड़ी है। सुबह 11 बजे के करीब जैसे ही विजिलेंस टीम रिजर्वेशन कार्यालय पहुंची, वैसे ही रिजर्वेशन काउंटरों पर पहले से लाइन में लगे दलाल चुपचाप बाहर निकल गए।  करीब एक घंटे तक छानबीन की गई, लेकिन उनके हाथ दलाल नहीं लग सके।

विजिलेंस टीम के साथ आरपीएफ की खुफिया शाखा के लोग भी वहां मौजूद थे और उन्होंने कई यात्रियों के रिजर्वेशन फार्मों की भी जांच की, लेकिन उसमें किसी प्रकार की अनियमितता नहीं मिली। जो लोग रिजर्वेशन कराने पहुंचे थे बाकायदा उनके पास आईडी प्रूफ मौजूद था। जबलपुर के रिजर्वेशन काउंटरों के कैश की भी जांच की गई तथा यह पता लगाने की कोशिश की गई कि कहीं काउंटर पर तैनात कर्मियों से साठगांठ करके तो तत्काल की टिकट नहीं बनवाई जा रही है।

विजिलेंस की टीम ने इसके पहले कटनी और सतना के रिजर्वेशन काउंटरों की भी जांच कर दलालों की धरपकड़ का प्रयास किया गया। विजिलेंस को फिलहाल दलाल नहीं मिल सके, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जल्द ही दलालों को दबोच लिया जायेगा।

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