13 लाख का लोहा लूटने के लिए की थी हत्या, 4 आरोपी गिरफ्तार, दो फरार

13 लाख का लोहा लूटने के लिए की थी हत्या, 4 आरोपी गिरफ्तार, दो फरार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-24 07:53 GMT
13 लाख का लोहा लूटने के लिए की थी हत्या, 4 आरोपी गिरफ्तार, दो फरार

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। अधारताल थाना क्षेत्र के करौंदा बायपास पर 19 मई को 13 लाख का लोहा लूटने के साथ ट्रक ड्राइवर  सुनील कोरी की हत्या करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए अंधे कत्ल और लूट का पर्दाफाश किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी चूल्हा गोलाई के पास लिफ्ट लेने के बहाने से ट्रक में चढ़े थे और कुछ दूर चलने के बाद रॉड मारकर सुनील की हत्या कर दी थी। पुलिस के गुमराह करने के लिए आरोपियों ने लाश करौंदा बायपास पर फेंककर लोहे की सरिया भेड़ाघाट स्थित माल खरीदने वाले कबाड़ी के प्लॉट में खाली करने के बाद ट्रक एक ढाबे के बाहर छोड़ दिया था।

एसपी शशिकांत शुक्ला ने बताया कि 19 मई की रात करौंदा बायपास पर फूटाताल पनागर निवासी ड्राइवर सुनील कोरी की लाश मिली थी, सुनील  आकाश दीप दुबे का ट्रक चलाता था, जिससे संपर्क करने पर पता चला कि सुनील रायपुर से 21 टन लोहे की सरिया लेकर जबलपुर के लिए रवाना हुआ था। सुनील ने आखिरी बार बरेला से उस व्यापारी से बात की थी, जिसके पास माल पहुंचाना था। 20 मई को खाली ट्रक लावारिस हालत में भेड़ाघाट रोड पर मिला था। एसपी शुक्ला के अनुसार एएसपी राजेश तिवारी, एएसपी क्राइम संदीप मिश्रा, सीएसपी कौशल सिंह और अधारताल टीआई शिवराज सिंह के नेतृत्व में चार टीमें बनाकर जांच शुरू कराई गई थी।

जांच के दौरान पता चला कि सुनील की हत्या लोहा लूटने के लिए की गई थी, जिसमें सगड़ा से प्रॉपर्टी का काम करने वाले हेमंत पाठक, वीरेन्द्र तिवारी उर्फ वीरू, महेन्द्र सेन और मो. कलीम की भूमिका है। लिहाजा चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ गई तो चारों ने सुनील की हत्या कबूल करते हुए लूटा गया 13 लाख का लोहा गढ़ा बजरिया निवासी मतीन उर्फ बबलू और अहमद नगर निवासी अली खान को बेचना बताया। आरोपियों ने हत्या के बाद लूट का माल अली खान के भेड़ाघाट स्थित खाली प्लॉट में रखा था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। वीरेन्द्र, महेन्द्र, हेमंत और कलीम को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि मतीन और अली खान फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश चल रही है। पुलिस का कहना है कि जांच में और भी आरोपियों के नाम आ सकते हैं।

एएसपी से चुराई नजर, खुल गया राज
इस मामले में पुलिस के पास ऐसे कोई प्रमाण नहीं थे, जिससे आरोपियों की पहचान हो सके, लेकिन 20 मई की शाम एएसपी राजेश तिवारी जब अपनी टीम के साथ भेड़ाघाट रोड स्थित उस स्पॉट पर पहुंचे जहां ट्रक मिला था। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही थी, लेकिन इसी दौरान एक युवक एएसपी तिवारी को देखकर नजर चुराकर भागने लगा, जिस पर उन्हें संदेह हुआ और फिर उन्होंने युवक को रुकवाकर पूछताछ शुरू कर दी, जिसके बाद युवक दहशत में आ गया और वो पुलिस को उस प्लॉट में ले गया, जहां लूटा गया लोहा रखा था। जिसके बाद पुलिस सारी परतें उधेड़ते हुए अंधी हत्या और लूट की वारदात की तह तक पहुंच गई।

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