नैक के नए मापदंडों पर दो दिवसीय परिषद 2 मार्च से

नैक के नए मापदंडों पर दो दिवसीय परिषद 2 मार्च से

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-26 07:40 GMT
नैक के नए मापदंडों पर दो दिवसीय परिषद 2 मार्च से

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शहर के दीक्षाभूमि स्थित डॉ. आंबेडकर कॉलेज के आईक्यूएसी  द्वारा आगामी 2 और 3 मार्च को "मान्यता और मूल्यांकन के लिए नैक के नए मापदंड, चुनौतियां और मंत्रणा' विषय पर दो दिवसीय परिषद का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम कॉलेज के ही सभागृह में होगा। इसका शुभारंभ 2 मार्च सुबह 10 बजे किया जाएगा। उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय जलगांव के पूर्व कुलगुरु डॉ. राघव एस. माली कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता होंगे। विशेष अतिथियों में डॉ. आंबेडकर स्मारक समिति अध्यक्ष भदंत आर्य नागार्जुन सुरई ससाई, सचिव एस.जे. फुलझेले, नैक एसेसर और केवलरमानी कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. उर्मिला डबीर का समावेश है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सोलापुर विश्वविद्यालय की कुलगुरु डॉ. मृणालिनी फडणवीस करेंगी। 

विशेषज्ञ करेंगे मार्गदर्शन
कार्यक्रम में एक्रिडेशन प्रोसेस, नए एक्यूएआर, मूल्यांकन सिस्टम व अन्य पहलुओं पर सत्र रखे गए हैं। प्रथम टेक्निकल सेशन में विशेषज्ञ डॉ. अशोक थोरात, दूसरे में डॉ. माली भाषण देंगे। दूसरे दिन के तीसरे सत्र में डॉ. डबीर और चौथे सत्र में डॉ. बीना इनामदार मार्गदर्शन करेंगे। समापन सत्र में डॉ. एम. आर. कुरुप संबोधन करेंगे। यह जानकारी सोमवार को आयोजित पत्रकार परिषद में कॉलेज कार्यकारी प्राचार्य डॉ. रवि पाटील, संयोजक डॉ. एच. वी. मेनन, आयोजक सचिव डॉ. शैलेष बहादुरे, सह सचिव डॉ. देवरथ बेगडे, कोषाध्यक्ष डॉ. अरुण जोसेफ और उप प्राचार्य डॉ. ए. पी. जोशी ने दी।

आदिवासी विकास युवा परिषद ने की कुपोषणग्रस्तों की मदद
पोषण आहार के अभाव के चलते सालभर में मेलघाट के 500 से अधिक बच्चों की कुपोषणग्रस्त होकर मृत्यु हो जाती है। इस संदर्भ में जनजागृति निर्माण करने व सरकार का ध्यान आकर्षिक करने को लेकर आदिवासी विकास युवा परिषद की ओर से गोंडराजे बख्तबुलंद शाह की प्रतिमा से संविधान चौक तक कैंडल मार्च निकालकर संवेदना व्यक्त की गई। आदिवासी बालक कुपोषण का शिकार न हो, इस दिशा में सरकारी मदद पर निर्भर न रहते हुए समाज ने भी पहल करनी चाहिए। इसे सभी वर्ग का प्रतिसाद मिला और बड़ी मात्रा में अनाज, कपड़े व जीवनावश्यक सामग्री इकट्ठा हुई। जिसे परिषद के युवक-युवतियों ने धारनी तहसील के कोरकू आदिवासी बहुल गांव में पहुंचाया। 

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