लाखनी पुलिस थाने के दो कर्मचारी निलंबित

महिला अत्याचार प्रकरण लाखनी पुलिस थाने के दो कर्मचारी निलंबित

Anita Peddulwar
Update: 2022-08-08 10:34 GMT
लाखनी पुलिस थाने के दो कर्मचारी निलंबित

डिजिटल डेस्क, लाखनी (भंडारा)। अत्याचार पीड़ित महिला पर नजर बनाए रखने में कोताही बरतना लाखनी थाने के दो पुलिस कर्मचारियों को महंगा पड़ गया। पीएसआई दिलीपकुमार घरडे व घटना के दिन के स्टेशन डायरी इंचार्ज एएसआई लखन उईके को सोमवार को दोपहर निलंबित किया गया।

गोंदिया जिले के गोरेगांव तहसील निवासी महिला पर 31 जुलाई को अत्याचार होने के पश्चात वह मुंडीपार सडक ग्राम के पास भटक रही थी। स्थानीय सरपंच के कहने पर उसे लाखनी पुलिस थाने में लाया गया था। अत्याचार के बाद महिला नि:शब्द हो चुकी थी। पुलिस कर्मचारियों द्वारा पूछताछ करने पर वह कुछ नहीं बोली। उसे थाने के विश्रामकक्ष रखा गया था। वहां से पीड़ित महिला बिना बताए दूसरे दिन सुबह निकल गई और उस पर फिर से कन्हालमोह में सामूहिक अत्याचार हुआ। इस प्रकरण में घटना के दिन लाखनी थाने के थानेदार मिलिंद तायडे साप्ताहिक अवकाश पर थे। वहीं दो एपीआई ट्रेनिंग पर थे। इसलिए थाने का चार्ज पीएसआई दिलीपकुमार घरडे पर था। लाखनी पुलिस पर आरोप लग रहे थे कि महिला की वैद्यकीय जांच हो सकती थी लेकिन  नही की गई। उसकी विशेषज्ञ के जरिए काउंसलिंग  की जा सकती थी लेकिन प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया गया। पुलिस की लापरवाही की वजह से ही महिला दूसरी बार सामूहिक अत्याचार का शिकार हो गई। प्रकरण में लाखनी पुलिस थाने के पीएसआई घरडे व एएसआई उईक को निलंबित किया गया। 


 

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