दो किसान : एक ने पीया जहर, एक की गई जान, सतना में चक्काजाम

दो किसान : एक ने पीया जहर, एक की गई जान, सतना में चक्काजाम

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-14 10:16 GMT
दो किसान : एक ने पीया जहर, एक की गई जान, सतना में चक्काजाम

टीम डिजिटल, सतना. एमपी में एक बार फिर कर्ज से परेशान दो किसानों ने कीटनाशक पीकर जान देनें की कोशिश की, जिसमें बालाघाट के किसान की मौत हो गई है. जबकि देवास कलेक्ट्रेट परिसर में कीटनाशक पीने वाले किसान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

पुलिस ने बताया कि बुधवार को बालाघाट जिले की लालबर्रा तहसील के बल्हारपुर गांव में रहने वाले किसान रमेश (45) ने बुधवार सुबह कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या कर ली. रमेश पर करीब 1.5 लाख रुपए का कर्ज था, जिसे न चुका पाने के कारण उसने आत्महत्या कर ली. स्थानीय लोगों ने बताया कि रमेश की तीन बेटियां है, जिनकी शादी हो चुकी है.

दूसरी ओर देवास के पास स्थित गांव टोंककला निवासी किसान पद्मसिंह बागरी ने कलेक्टर ऑफिस परिसर में कीटनाशक पी लिया. जहर पीने के बाद पीड़ित किसान को तत्काल कलेक्टर के वाहन से ही उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में पहुंचाया गया. जहां फिलहाल पद्मसिंह का उपचार जारी है. वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पद्मसिंह के भतीजे ने उसकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया था, इस कारण बीते कुछ समय से वह बेहद परेशान था.

इन घटनाओं के साथ ही बुधवार को एमपी में एक बार फिर किसान आत्महत्या और आंदोलन की हवा तेज हो गई. आत्महत्या और जान देने की कोशिश के साथ ही एमपी के सतना जिले में किसानों का आंदोलन भी जारी रहा. यहां कांग्रेसी कार्यकर्ता और किसानों ने सब्जियों को सड़कों पर फेंकते हुए नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया.

कई जगहों पर प्रदर्शन, चक्काजाम 

मैहर में कार्यकर्ताओं ने काफी हंगामा किया, लेकिन प्रशासन के सख्त रवैये के कारण स्थिति नियंत्रण में रही. नेशनल हाईवे पर प्रदर्शन के दौरान बड़ी तादाद में किसान भी पहुंचे और उन्होंने हाईवे पर सब्जियां फेंककर विरोध प्रदर्शन किया. नरसिंहपुर और गाडरवाड़ा में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया. गाडरवाड़ा में कांग्रेसियों ने चक्काजाम किया, जिसके कारण करीब वाहनों की करीब एक किमी लंबी कतार लग गई.

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