बेलगाम ट्रक ने कार के बाद बल्कर को मारी ठोकर फिर सौ मीटर दूर गैरिज में हाइवा से भिड़ा , 2 मैकेनिक की मौत  

 बेलगाम ट्रक ने कार के बाद बल्कर को मारी ठोकर फिर सौ मीटर दूर गैरिज में हाइवा से भिड़ा , 2 मैकेनिक की मौत  

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-15 08:07 GMT
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डिजिटल डेस्क,सतना। मैहर में शहर के अंदर नेशनल हाइवे पर रविवार की रात हुए एक सड़क हादसे में 2 मैकेनिक की  मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि हादसे में मृत 35 वर्षीय राजेश कुशवाहा पिता बालकरण और नत्थू अहिरवार पिता चंदरइया (48) निवासी कचलोहा, हादसे के वक्त सड़क किनारे टपरानुमा गैरेज के बाहर बैठे हुए थे।  पुलिस ने बताया कि इस हादसे की चपेट में आई बाइक नंबर एमपी 19 एमए 1976 भी चकनाचूर हो गई।  

क्यों, बिगड़ा संतुलन 
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से पुलिस के मुताबिक रविवार की रात शहर के अंदर नेशनल हाइवे -7 पर ओवर ब्रिज से कुछ ही फासले पर ये हादसा उस वक्त हुआ जब कटनी की ओर से रीवा की तरफ जा रहे एक फुल स्पीड ट्रक नंबर यूपी-65 जीटी 3332 का संतुलन बिगड़ गया। बताया गया है कि 12 चका ट्रक ने सड़क किनारे खड़े बल्कर नंबर एमपी 19 एच 0184 को जोर की ठोकर मारी। बल्कर पहले से ही गियर पर था,लिहाजा ठोकर खाते ही चल पड़ा। इसी बीच जब आरोपी ट्रक ड्राइवर ने बल्कर को काटने कोशिश की तो उसका संतुलन और भी बिगड़ गया । ट्रक ट्रांसफार्मर को तोड़ते हुए आगे बढ़ा और एक के बाद एक आधा दर्जन टपरों को रौंदते हुए उस टपरानुमा गैरिज तक पहुंच गया जहां हाइवा नंबर एमपी 19 एचए 3110 पर काम चल रहा था। इसी ट्रक की चपेट में आने से जहां 2 मैकेनिक की मौके पर ही मृत्यु हो गई,वहां एक बाइक भी चकनाचूर हो गई।  

भागा था कार को ठोकर मारकर 
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि हादसे की शुरुआत इस घटनाक्रम से थोड़ा पहले तब हुई जब मैहर से सतना की ओर आ रही एक कार को रेलवे ओवर ब्रिज के करीब तेज रफ्तार ट्रक नंबर यूपी-65 जीटी 3332 ने सबसे पहले ठोकर मारी। राहगीरों ने ट्रक को दौड़ाया तो उसने स्पीड बढ़ा दी। यही वजह रही कि आगे एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। 

जब बायपास है तो नो-इन्ट्री क्यों नहीं 
इस हादसे के बाद नाराज लोगों ने मैहर नगर में बायपास चालू होने के बाद भी नो-एन्ट्री नहीं लागू किए जाने पर सख्त नाराजगी जताई। घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम हेमकरण धुर्वे,एसडीओपी हेमंत तिवारी और मैहर टीआई देवेन्द्र सिंह से लोगों का कहना था कि अगर शहर में नो-इन्ट्री लागू होती तो दो बेकसूरों को अपनी जिंदगी से हाथ नहीं धोना पड़ता। लोगों ने शहर में जल्द से जल्द नो-इन्ट्री  लागू किए जाने की मांग की। उल्लेखनीय है, तकरीबन 5 माह पहले शहर के अंदर सड़क हादसे में एक शिक्षक की मौत के बाद मैहर स्थित बायपास को शुरु कर दिया गया था। लोगों का मानना है कि जब तक नो-इन्ट्री के माध्यम से भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित नहीं किया जाता है तब तक बायपास का औचित्य पूरा नहीं होगा।

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