यूजी प्रवेश : 5 दिन में पंजीयन का आंकड़ा 6000 के पार
यूजी प्रवेश : 5 दिन में पंजीयन का आंकड़ा 6000 के पार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने बीते 17 जुलाई से अपने अंडर ग्रेजुएट गैर व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। पिछले पांच दिन में 6000 से अधिक विद्यार्थियों ने खुद करे प्रवेश के लिए पंजीकृत कराया है। वर्ष की तरह इस वर्ष भी सेंट्रलाइज एडमिशन शेड्यूल के तहत एडमिशन किए जा रहे हैं। जिसमें बीए, बीएससी, बी.कॉम, बीबीए और अन्य पारंपरिक पाठ्यक्रम में प्रवेश होंगे। 17 जुलाई को शेड्यूल जारी करने के बाद विश्वविद्यालय को इसमें बदलाव करना पड़ा।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन में जारी पाबंदियों के चलते विद्यार्थियों को पंजीयन के लिए अधिक समय देने का फैसला लिया गया। नए शेड्यूल के अनुसार विद्यार्थी 12 अगस्त तक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट www.rtmnu.university पर ऑनलाइन पंजीयन करके पंजीयन स्लिप प्राप्त कर सकते हैं। स्लिप के साथ जरूरी दस्तावेज लेकर पसंद के कॉलेज में जाकर आवेदन भरना होगा। स्लिप के बगैर कॉलेजों में एडमिशन नहीं होगा। इधर कॉलेजों को भी मेरिट लिस्ट और वेटिंग लिस्ट जारी करनी होगी। इसके बाद प्रवेश की प्रक्रिया पूरी होगी।
ऑनलाइन पंजीयन की शर्त हटाने की मांग
यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य एड. मनमोहन बाजपेयी ने विश्वविद्यालय कुलगुरु को पत्र लिख कर ऑनलाइन पंजीयन की शर्त रद्द करने की मांग की है। एड. बाजपेयी के अनुसार, कोरोना संक्रमण के कारण ग्रामीण क्षेत्र के सभी विद्यार्थियों के पास इंटरनेट कैफे या नेट कनेक्टिविटी नहीं है। दुर्गम क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए तो और भी कठिनाई है। विद्यार्थियों के पास अपने दस्तावेज अपलोड करने की भी व्यवस्था नहीं है। कई विद्यार्थियों के पास ई-मेल आईडी तक नहीं है। ऐसी समस्याओं के बीच ऑनलाइन पंजीयन की अनिवार्यता मुश्किल खड़ी कर रखी है। ऑनलाइन पंजीयन करके प्राप्त स्लिप के बगैर कॉलेज में प्रवेश नहीं हो सकता। ऐसे में यह अनिवार्यता हटाई जानी चाहिए।