लोन मंजूर कराने बैंक मैनेजर मांग रहा था रिश्वत, CBI ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार

लोन मंजूर कराने बैंक मैनेजर मांग रहा था रिश्वत, CBI ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-27 08:10 GMT
लोन मंजूर कराने बैंक मैनेजर मांग रहा था रिश्वत, CBI ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। लोन मंजूर कराने के नाम पर यूनियन बैंक का मैनेजर एक युवक से 60 हजार रुपए की मांग कर रहा था। युवक द्वारा CBI से शिकायत की गई, जिसके बाद CBI ने कार्रवाई करते हुए घुसखोर मैनेजर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। युवक प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 5 लाख का ऋम मंजूर करने के नाम पर गाडरवारा स्थित यूनियन बैंक का मैनेजर से मिला था। पकड़े गये बैंक मैनेजर के कार्यालय व निवास स्थान पर देर रात तक जांच जारी रही। बताया जा रहा कि मैनेजर लंबे समय से रिश्वत की मांग लोगों द्वारा करता आ रहा है।

जानकारी के मुताबिक अनिल विश्वकर्मा निवासी राजीव गांधी वार्ड गाडरवारा ने स्थानीय यूनियन बैंक की शाखा में प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत फर्नीचर व्यवसास स्थापित करने के लिए 5 लाख रुपए के ऋण का विधिवत् आवेदन यूनियन बैंक की शाखा में किया था, जहां पर सभी औपचारिकता पूरी होने के बावजूद बैंक मैनेजर राकेश कुमार झा ऋण मंजूर नहीं कर रहा था, जब युवक ने इस संबंध में जानकारी ली तो बताया गया कि बैंक मैनेजर 60 रुपए मांग रहा है, तभी ऋण मंजूर होगा, जिस पर युवक ने बैंक मैनेजर झा से संपर्क कर 60 हजार रुपए देना स्वीकार किया।

वहीं युवक ने उससे रिश्वत मांगने की शिकायत जबलपुर CBI एसपी पीके पांडे को दी, जिनके निर्देश पर शुक्रवार 26 अक्टूबर की दोपहर बाद एक टीम जिसमें अधिकारी जे. दमले, अमित द्विवेेदी शामिल थे, गाडरवारा पहुंचे। जहां पर जैसे ही बैंक मैनेजर राकेश कुमार झा ने रिश्वत की पहली किश्त 20 हजार रुपए की राशि ली, उसी समय चेम्बर में CBI की टीम पहुंच गई और मैनेजर को धरदबोचा। बताया जा रहा है कि CBI की इस कार्रवाई के बाद बैंक में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। बैंक के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। CBI अब जांच जुटी है कि बैंक मैनेजर की संपत्तियां कहां-कहां हैं।

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