गायब हो गया शहीद स्मारक का दीप स्तंभ

गायब हो गया शहीद स्मारक का दीप स्तंभ

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-06 11:33 GMT
गायब हो गया शहीद स्मारक का दीप स्तंभ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में अपने अधिकारों को लेकर जान गंवाने वालेे गोवारी समुदाय के लोगों की याद में बना स्मारक लापरवाही का शिकार हो गया है। शहीदों की स्मृति में सीताबर्डी फ्लायओवर का नामकरण और स्मृति स्थल का निर्माण किया गया था। इसकी देखभाल और मरम्मत की जिम्मेदारी को लेकर प्रशासन के चार विभागों NMC , NIT और PWD  और मेट्रो प्रशासन में ठनी हुई है। विभागों की लापरवाही और अनदेखी से शहीद स्मारक का दीपस्तंभ ही गायब हो गया है। हैरानी यह है कि अधिकारियों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा जा रहा
गोवारी स्मारक की देखरेख और दुरुस्ती पर सरकारी विभागों में ही असमंजस की स्थिति है। PWD  द्वारा निर्माण कार्य किये जाने के चलते NIT के अधिकारी PWD पर जिम्मेदारी डाल रहे थे। हालांकि पिछले कई सालों से देखभाल पर NIT प्रशासन ही रकम खर्च कर रहा है। NIT के उद्यान विभाग के अधिकारी गोवारी स्मारक को मनपा के उद्यान विभाग की संपत्ति बताते हैं। NITअधिकारियों का दावा है कि करीब एक माह पहले मनपा उद्यान विभाग को स्मारक हस्तांतरण कर दिया गया है। बावजूद इसके NIT उद्यान विभाग की ओर से उद्यान की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन 352 रुपए के हिसाब से तीन सुरक्षाकर्मियों को धनराशि का भुगतान होता रहा है। सुरक्षा एजेंसी को तीन गार्ड के बदले 10,000 रुपए प्रतिमाह का भुगतान NIT का उद्यान विभाग कर रहा है। 

दीप स्तंभ गायब होने की पुलिस को नहीं जानकारी
NIT और NMC , के अधिकारियों के मुताबिक करीब 1 माह पहले जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें गोवारी स्मारक की देखभाल को लेकर सवाल उठे। मेट्रो के रूट के समीप से गुजरने के चलते स्मारक को ठीक करने की जिम्मेदारी मेट्रो को देने की मांग की गई। इसके बाद मेट्राे प्रशासन ने देखभाल को लेकर सहमति दी। NIT  और मनपा का कहना है कि मेट्रो प्रशासन की ओर से ही देखभाल के लिए दीपस्तंभ को हटाया गया होगा। हालांकि दोनों विभाग इस पर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं। जबकि मेट्रो प्रशासन का कहना है कि हेरिटेज वॉक की परियोजना में गोवारी स्मारक को शामिल करने का प्रस्ताव बनाया गया है, लेकिन फिलहाल दुरुस्ती को लेकर कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। ऐसे में शहीद स्मारक के दीप स्तंभ के गायब होने को लेकर सस्पेंस बरकरार है। सबसे खास बात यह है कि नासुप्र और NMC  प्रशासन द्वारा दीप स्तंभ के गायब होने को लेकर पुलिस में जानकारी तक नहीं दी गई है।

जीर्णोद्धार के लिए मेट्रो ने दी सहमति
कई सालों से उद्यान विभाग शहीद गोवारी स्मारक की सुरक्षा और देखभाल कर रहा है, कुछ दिनों पहले जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक ली गई थी। इस बैठक में मेट्रो प्रशासन ने गोवारी स्मारक के जीर्णोद्धार करने के लिए सहमति दी है। संभावना है कि मेट्रो प्रशासन ही स्मारक के दीपस्तंभ को जीर्णोद्धार के लिए ले गए हो।   
बी वी कोपुलवार, उद्यान अधीक्षक, NIT, नागपुर

NMC , को हस्तांतरण किया 
गोवारी स्मारक की जिम्मेदारी हमारे पास ही थी, लेकिन 1 माह पहले बैठक में NMC , के उद्यान विभाग ने 10 लाख की निधि से विकास काम करने की मंशा जताई थी। हमने मनपा को स्थायी रूप से देखभाल को लेने का प्रस्ताव दिया था। दोनों विभागों की सहमति के बाद मनपा को हस्तांतरण भी कर दिया गया है। गोवारी स्मारक के बारे में अब जानकारीNMC , का उद्यान विभाग ही दे सकता है।   
पंकज अंभाेरकर, विभागीय अधिकारी, NIT, नागपुर

हस्तांतरण की जानकारी नहीं
स्मारक और उद्यान के हस्तांतरण की लंबी प्रक्रिया होती है। स्मारक हस्तांतरण के बाद देखभाल के लिए हमने हामी दी है, लेकिन फिलहाल हमारी ओर से कोई भी जीर्णोद्धार कार्य शुरू नहीं किया गया है।   
अमोल चोरपगार, उद्यान अधीक्षक, NMC ,, नागपुर

हमारी ओर से मरम्मत नहीं
गोवारी स्मारक का हिस्सा मेट्रो रेल के हेरिटेज वॉक परियोजना में शामिल है। इस लिहाज से भविष्य में जीर्णोद्धार करने की योजना को शामिल किया गया है, लेकिन फिलहाल हमारी ओर से कोई भी मरम्मत और देखभाल नहीं की जा रही है। 
पुरुषोत्तम कडू, डिप्टी चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर, मेट्रो रेल, नागपुर

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